
बीकानेर,राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की ओर से आज शेरेरा उपखंड के गांव खारडा , राजेरा, हेमेरा, शेरेरा,रूणीया बड़ाबास में गुरु पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों ने उपस्थित होकर संघ की परंपराओं और सांस्कृतिक मूल्यों को नमन किया।
कार्यक्रम की शुरुआत ध्वजारोहण एवं संघ प्रार्थना से हुई, जिसके पश्चात गुरु पूजन की विधिवत प्रक्रिया संपन्न हुई। संघ में गुरु का स्थान भगवा ध्वज को दिया गया है, जो त्याग, सेवा और राष्ट्रभक्ति का प्रतीक माना जाता है। इसी ध्वज की पूजा कर स्वयंसेवक अपने जीवन में राष्ट्रीय सेवा और आत्मिक उन्नति का संकल्प लेते हैं।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता लिखमाराम ने कहा, “गुरु पूजन केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि यह संघ के स्वयंसेवकों के लिए आत्मचिंतन और समर्पण का अवसर होता है। यह कार्यक्रम हमें हमारे मूल्यों, कर्तव्यों और राष्ट्र निर्माण के पथ पर अडिग रहने की प्रेरणा देता है।”
कार्यक्रम में विभिन्न शाखाओं के स्वयंसेवकों ने योग प्रदर्शन, गीत, एवं बौद्धिक प्रस्तुतियां भी दीं। अंत में उपस्थित जनों को प्रसाद वितरित किया गया।
गुरु पूजन कार्यक्रम ने एक बार फिर यह सिद्ध किया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ न केवल सामाजिक संगठन है, बल्कि यह राष्ट्र निर्माण के मूल्यों को जीवंत रखने वाला एक सांस्कृतिक आंदोलन भी है।