बीकानेर,खाजूवाला में दलित लड़की के साथ गैंग रेप और हत्या प्रकरण से पुलिस के साथ ही राजस्थान की छवि भी पूरे देश में शर्मसार हुई है। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष और हनुमानगढ़ जिला संगठन प्रभारी अखिलेश प्रताप सिंह सहित पार्टी के अनेक वरिष्ठ नेताओं ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की मांग की है।
पूर्व जिलाध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि राजस्थान पुलिस पर अपराधी संरक्षण, बजरी माफिया संरक्षण, शराब माफिया संरक्षण जैसे आरोप तो पिछले समय से लगातार लगते आ रहे हैं लेकिन खाजूवाला में दलित लड़की के साथ गैंगरेप जैसी जघन्य घटना में लिप्तता से पुलिस और सरकार की छवि तार तार हुई है।
प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य ने घटना की घोर निंदा करते हुए कहा कि पुलिस के अधिकारी अगर थोड़े संवेदनशील होते तो इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को रोका जा सकता था।
जिला उपाध्यक्ष अशोक प्रजापत, गोकुल जोशी, मधुरिमा सिंह ने कहा कि राजस्थान में दलित की बेटियां अब सुरक्षित नही हैं। जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो सरकार से क्या उम्मीद की जा सकती है।
जिला महामंत्री मोहन सुराणा, अनिल शुक्ला ने घटना की कड़े शब्दों की निंदा करते हुए कहा राजस्थान में कानून व्यवस्था अस्त व्यस्त हो चुकी है।
जिला मंत्री अरुण जैन, मनीष आचार्य, प्रोमिला गौतम ने इस प्रकरण में सम्पूर्ण खाजूवाला पुलिस थाने की लिप्तता होने का संदेह प्रकट करते हुए पूरे थाना स्टाफ को बर्खास्त करने की मांग की है।
अनुसूचित जाति मोर्चा जिलाध्यक्ष सोहनलाल चांवरिया ने कहा कि प्रशासन घटना को दबा कर दोषियों को बचाने में लगी हुई है। घटना की जांच एसआईटी ठीक प्रकार से करेगी इसमें भी संदेह है इसलिए सम्पूर्ण थाने के कर्मियों को स्थानांतरित कर जांच के लिए उचित वातावरण बनाना चाहिए।