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बीकानेर,पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जन आक्रोश यात्रा के जरिए अपने विरोधियों को इशारों में बड़ा संदेश दिया है. उन्होंने कहा कि प्रेस और पोस्टर से बाहर निकलकर जनता के बीच में जाने की जरूरत है.अब जमीन पर काम करने की जरूरत है.

जयपुर. बीजेपी ने जन आक्रोश यात्रा के जरिए भले ही एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की हो, लेकिन बयानों में तल्खी बरकरार है. इसकी एक तस्वीर गुरुवार को दिखाई दी. जन आक्रोश यात्रा को लेकर बोलते हुए पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने कहा कि इस यात्रा के जरिए न केवल कांग्रेस सरकार की नाकामी को गिनाना है, बल्कि पूर्व में बीजेपी की सरकार की ओर से किए गए अच्छे कामों को भी जनता तक पहुंचाना है. साथ ही वसुंधरा राजे ने तंज कसते हुए कहा कि प्रेस और पोस्टर से बाहर निकलकर काम करने का वक्त आ गया है.

पूर्व मुख्यमंत्री वसुधंरा राजे ने कहा कि जेपी नड्डा जहां भी जाते वह शुभ होता है. जहां जेपी नड्डा गए वहां पर कमल का फूल खिला कर छोड़ा है. इनके कुशल नेतृत्व में यूपी, उत्तराखंड, मणिपुर, गोवा में कमल का फूल खिला है और अब गुजरात और हिमाचल प्रदेश में भाजपा सरकार बनने जा रही है. राजे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आप दोनों को अग्रिम बधाई.

वसुंधरा का बड़ा बयान…

वसुंधरा ने कहा कि मोदी और जेपी नड्डा के नेतृत्व में राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बहुमत से सरकार लाने का काम करेंगे. राजे ने कहा कि यह जनाक्रोश यात्रा नेता या पार्टी के लिए नहीं, बल्कि प्रदेश की जनता के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है. क्योंकि यह जो सरकार है साल नहीं, बल्कि दिन गिनती है. राजे ने कहा कि हमसे जनता पूछेगी की ये यात्र क्यों निकाली जा रही है. इसलिए हमे जनता को बताना है कि इस सरकार ने जो वादा किया वो पूरे नहीं किए. झूठ बोल कर सत्ता हासिल की है. जनता के वादे पूरे नहीं किए.

25-25 सीटें जीती : वसुंधरा राजे ने कहा कि जो झूठे वादों पर सत्ता हासिल करते हैं, उन्हें बाद में पछताना पड़ता है. प्रदेश की गहलोत सरकार ने भले ही झूठ का झांसा देकर सत्ता हासिल की हो, लेकिन 6 महीने में ही जनता समझ गई थी. उन्होंने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को करारा जवाब दिया और पीएम मोदी के नेतृत्व में 25 की 25 सीटें लोकसभा चुनाव में मिली. शासन और सुशासन का तो नाम भूल जाइए इस सरकार में. यहां सिर्फ और सिर्फ प्रशासन रहा है. मुख्यमंत्री पूर्व मुख्यमंत्री के बीच में आपस में बोलचाल नहीं है. मंत्री अफसर आपस में लड़े जा रहे हैं तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि प्रदेश का क्या हाल हो रहा होगा.धर्मांतरण का खेल इस राज में : पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि इस सरकार ने हमारी योजनाओं को बंद करने का काम किया. जल स्वावलंबन योजना जनता से जुड़ी योजना थी, उसको बंद किया. ऐसी कई योजनाएं हैं जिन्हें गहलोत सरकार ने राजनीतिक द्वेष के बीच बंद किया. उन्होंने कहा कि पिछले 4 साल में कांग्रेस के आपस के झगड़े के बीच करप्शन ने सारी सीमाएं लांघ दी. अंतर्विरोध, महिला अत्याचार, कर्ज का भार इस सरकार में हुआ.

पोस्टर में नहीं, बल्कि जनता के बीच जाना है : राजे ने कहा कि ईआरसीपी को हमने शुरू किया. इसे आगे बढ़ाने की जगह विवादों में डाल दिया. राजस्थान में शांति नहीं है, अब जरूरी है कि एक बार फिर राजस्थान में जय जय राजस्थान का नारा गूंजेगा. राजे ने कार्यकर्ताओं से कहा कि पोस्टर में नहीं पब्लिक के बीच में जाओ. आक्रोश यात्रा के साथ-साथ भाजपा के काम को बताना होगा. प्रेस और पोस्टर के अंदर मत दिखाई दो. अब जरूरत है कि हम जनता के बीच जाकर काम करें. इस बार भी हमें जीत का रिकॉर्ड बनाना है, तो एक-एक कार्यकर्ता को इस आक्रोश रैली के जरिए जनता के बीच में जाकर काम करना होगा.राजे ने कहा कि कांग्रेस सरकार के नाकामी को गिनाने के साथ ही पूर्व में भाजपा सरकार की ओर से किए गए कामों को भी जनता को बताना होगा. लोगों को भाजपा सरकार की याद आने लगी है. हमारी सरकार के काम उन लोगों को याद आ रहे है. राजे ने फिर कहा कि प्रेस और पोस्टर में नहीं, जानता के बीच में जाने की जरूरत है. राजे ने एक जुट होने का भी संदेश दिया.

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