बीकानेर,राजस्थान विधानसभा में हुए हंगामे के बाद संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल के प्रस्ताव के बाद राजेंद्र गुढ़ा और बीजेपी विधायक मदन दिलावर को निलंबित कर दिया गया.दोनों ही विधायक बचे हुए सत्र में हिस्सा नहीं ले सकेंगे.
साथ ही उन्हें वो सुविधाएं भी नहीं मिलेंगी.स्पीकर सीपी जोशी ने बीजेपी विधायक मदन दिलावर को कागज फेंकने और हंगामा करने को लेकर सदन से बाहर निकालने का आदेश दिया.इसके बाद बीजेपी विधायकों ने वेल में आकर धरना दिया.
वहीं आज अशोक गहलोत कैबिनेट में मंत्री पद से हटाए जाने के बाद सोमवार को कांग्रेस नेता राजेंद्र सिंह गुढ़ा को राजस्थान विधानसभा के बाहर रोका गया.कांग्रेस के ही मंत्रियों ने उन्हें विधानसभा में प्रवेश नहीं करने दिया. राजस्थान के पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने आरोप लगाया है कि उन्हें सदन में बोलने की अनुमति नहीं दी गई और कांग्रेस के मंत्रियों ने उन्हें घसीट कर सदन से बाहर निकाल दिया.
राजेंद्र सिंह गुढ़ा का कहना है कि लगभग 50 लोगों ने उन पर हमला किया,उन्हें मुक्का मारा,लात मारी और कांग्रेस नेताओं ने विधानसभा से बाहर खींच लिया.आरोप है कि राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष ने उन्हें बोलने की अनुमति भी नहीं दी.उनके खिलाफ आरोप लगाए गए कि वह बीजेपी के साथ हैं.ऐसे में राजेंद्र गुढ़ा ने सवाल किया है कि वह जानना चाहते हैं कि उनकी गलती क्या है?
राजस्थान के पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने रोते हुए मीडिया के सामने अपनी बातों को रखा.उन्होंने कहा कि मैं 40 साल से कांग्रेस में कम कर रहा हूं.पूर्व मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाड़िया के समय से पार्टी को देख रहा हूं.अभी कांग्रेस उदयपुर को देख ही नहीं रही,जबकि केंद्र स्तर के दो नेता यहां से हैं. ऐसे में कैसे चुनाव जीत पाएंगे? जिन्होंने टिकट नहीं मांगा उन्हें दे दिया गया, जबकि पार्टी को सोचना था. अगर सोचती तो कांग्रेस का यहां से विधायक जरूर होता.