बीकानेर,लूणकरणसर,साहित्य अकादेमी, दिल्ली का इस वर्ष का राजस्थानी भाषा का युवा पुरस्कार लूनकरणसर उपखंड के खारी निवासी देवीलाल महिया को दिए जाने की घोषणा की गई है। साहित्य अकादेमी सचिव के.श्रीनिवासराव ने जानकारी देते हुए बताया कि अकादेमी की ओर से हर वर्ष चौबीस भाषाओं में यह पुरस्कार दिया जाता है। इस बार बीस भाषाओं में दिए जाने वाले पुरस्कारों में राजस्थानी भाषा में ज्यूरी द्वारा देवीलाल महिया के राजस्थानी कविता संग्रह ‘अंतस रो ओळमो’ को चुना गया है। राव ने बताया कि पुरस्कार स्वरूप पचास हजार रुपये की राशि, ताम्र फलक देकर आगामी दिनों में देश के किसी राज्य में आयोजित समारोह में सम्मानित किया जाएगा। गौरतलब है कि इससे पूर्व लूनकरणसर से राजूराम बिजारणियां को उनके कविता संग्रह ‘चाल भतूळिया रेत रमां’ के लिए 2014 में यह पुरस्कार मिल चुका है।
पिछले दिनों देवीलाल महिया को राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर का प्रेमजी ‘प्रेम’ राजस्थानी युवा लेखन पुरस्कार भी घोषित हो चुका है। पुरस्कार की घोषणा पर सरोकार से जुड़े राजूराम बिजारणियां एवं डॉक्टर मदनगोपाल लढ़ा ने खुशी का इज़हार करते हुए बताया कि गत कई वर्षों से लूणकरणसर में सरोकार संस्थान के माध्यम से साहित्यिक वातावरण बना है, यह गौरवान्वित करने वाला है। पुरस्कार की घोषणा के बाद लूणकरणसर क्षेत्र में खुशी की लहर है। सरोकार संस्थान से जुड़े ओंकारनाथ योगी, रामजीलाल घोड़ेला, छैलूदान चारण, दलीप थोरी, जगदीशनाथ भादू, केवल शर्मा, दुर्गाराम स्वामी, कमल पीपलवा, कान्हा शर्मा, रामेश्वर स्वामी सहित विभिन्न जनों ने बधाई प्रेषित की।
◆ लूनकरणसर के नाम रहे इस वर्ष छह पुरस्कार-
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गौरतलब है कि लूनकरणसर के नाम इस वर्ष साहित्य क्षेत्र के छह पुरस्कार घोषित हुए हैं।
साहित्य अकादेमी, दिल्ली का अनुवाद पुरस्कार- डॉ. मदनगोपाल लढ़ा को, युवा पुरस्कार- देवीलाल महिया को वहीं राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी का बावजी चतुरसिंह राजस्थानी अनुवाद पुरस्कार- राजूराम बिजारणियां, प्रेमजी प्रेम राजस्थानी युवा लेखन पुरस्कार- देवीलाल महिया, मनुज देपावत पुरस्कार-कल्पना रंगा को दिया गया है तो राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर का चन्द्रदेव शर्मा पुरस्कार- निर्मला शर्मा को मिला है।