
बीकानेर,कोटा,सामाजिक संस्था भागीदारी जन सहयोग समिति द्वारा राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस)
को राष्ट्रीय स्तर पर नई दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर सामुदायिक क्षेत्र में अर्जित असाधारण उपलब्धि के लिए “इंस्टीट्यूशनल अवार्ड” से सम्मानित किया गया हैं। आरटीयू के सह जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि दिल्ली में आयोजित एक समारोह में न्यायाधिश डॉ. संगीता ढींगरा सहगल एवं जन सहयोग समिति के अध्यक्ष विजय गौड़ ने विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के चीफ को-ऑर्डिनेटर डॉ. राजेश भट्ट को सामाजिक कार्यों में उत्कृष्ट सेवाओं और असाधारण योगदान के लिए राष्ट्रीय जन जागरूकता पुरस्कार प्रदान किया। इस इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के पाँच छात्रों मुकेश, सुभाष मेघवाल, कुलदीप शर्मा, शक्तिसिंह मीणा, मुकेश विश्नोई ने अपनी असाधारण कला प्रतिभा एवं सामाजिक रचनात्मक सोच से नशीली दवाओं के दुरुपयोग की रोकथाम, इसके अधिनियम, प्रवर्तन और जागरूकता विषय पर पोस्टर प्रविष्टियों से राष्ट्रीय स्तर पर द्वितीय पुरस्कार भी प्राप्त किया। इस कार्यक्रम में देशभर के विभिन्न विश्वविद्यालयों और राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाइयों ने भाग लिया।जिसमें राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय स्तर पर द्वितीय स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर एसके सिंह ने कहा कि यह सम्मान सामुदायिक सेवाओं और जागरूकता अभियानों में विश्वविद्यालय की उत्कृष्ट भूमिका को दर्शाता है। यह सम्मान न केवल राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय की सामाजिक प्रतिष्ठा को और अधिक सशक्त करता है, बल्कि एनएसएस इकाई, स्वयंसेवकों छात्रों और संकाय सदस्यों के उत्साह और समाज सेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी मजबूत करता है उन्होंने इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय की एनएसएस इकाई के छात्रों और चीफ कोऑर्डिनेटर डॉ. राजेश भट्ट को शुभकामनाएं प्रदान की। डॉ. राजेश भट्ट ने कहा कि एनएसएस न केवल सेवा का मंच है, बल्कि यह युवाओं को नेतृत्व, अनुशासन और सामाजिक जिम्मेदारी का पाठ भी सिखाता है। युवाओं को समाज के प्रति जागरूक और उत्तरदायी बनाता है।