बीकानेर,अखिल भारतीय गुर्जर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि शंकर धाभाई आज एक मांग मेल द्वारा भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा एवम आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरघे बताया कि वर्ष 2018 के राजस्थान चुनाव में आपकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी ने नौ को जनों को टिकट दिए उनमें से एक भी नहीं जीता वहीं कांग्रेस पार्टी ने 12 गुर्जरों को टिकट दिए उसमें 7 कंडेंट्स जीत गए लेकिन सब के सब चुनाव हार गए थे । राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के नवंबर दिसंबर में होना है राजस्थान की 200 विधानसभा सीटों में से 73 पर एमबीसी का सीधा प्रभाव है और उसमें से 37 जनरल सिटी गुर्जर बाहुल्य है उन सभी पर गुर्जरों को 40 टिकट दिया जाना सुनिश्चित कर चुनाव से घोषणा करें अन्यथा चुनाव में उन सभी पार्टियों को वोटों का खामियाजा भुगतना पड़ेगा जो कि गुर्जर समाज को पार्टी चुनावी नतीजों के परिणाम में अब ऐसा नहीं चलेगा सियासी गुर्जरों को राजनीतिक हिस्सेदारी कब मिलेंगी । चुनाव के दौरान गुर्जर समुदाय के लोग अन्य जाति के कैंडिडेट का विरोध करेंगे
काम आने पर समाज के विकास में काम की बात पर सब दूर चले जाते हैं अब उन्हें गुर्जर समाज ही सबक सिखाएगा अखिल भारतीय गुर्जर महासंघ ने ऐलान किया है कि जो राजनीतिक हमारी बात सुनेगा हमारे लिए काम करेगा हम उसे उसका साथ देंगे हमारा अपने समाज को अखिल भारतीय गुर्जर महासंघ के माध्यम से उनका हक और अधिकार दिलाने का यह एक प्रयास है ।
इस बार गुर्जर समाज राजनीतिक रूप से प्रतिनिधित्व भागीदारी एवम हिस्सेदारी की मांग दिसंबर माह 2023 में आने वाले चुनाव से ठीक पहले समय रहते ही गुर्जर समाज राजनीतिक रूप से राजनीतिक एवं सामाजिक एकता दिखाएगा जहां सामाजिक रुप से विधानसभा क्षेत्र जो प्रभावित गुर्जर बाहुल्य हैं वहां गुर्जर समाज मजबूती के लिए काम करेगा । अखिल भारतीय गुर्जर महासंघ के तत्वाधान में गुर्जर समाज के समस्त युवाओं सहित सभी लोगों को राजनीतिक भागीदारी निभाने का संदेश पहुंचा रहा रहे है । श्रीमान जी में हमेशा गुर्जर समाज ने जिसे भी राजनीतिक पार्टी में आस्था दिखाई है उस पार्टी की जीत निश्चित होती है । इसी कारण से राजनीतिक रूप से सभी राजनीतिक पार्टियों से प्रतिनिधि की मांग करते हैं और गुर्जर समाज को राजनीतिक क्षेत्र में अलग-अलग पार्टी गुर्जर समाज को सभी जिलों के दोनों में बराबर की हिस्सेदारी से चुनाव लड़ने का मौका दे देने का काम किया जाना चाहिए।
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योगेंद्र सिंह गुर्जर जो कि इस महासंघ के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि गत कई वर्षों से अखिल भारतीय गुर्जर महासंघ द्वारा राज्य सरकार को लगातार गुर्जर समाज की विभिन्न प्रकार की समस्याओं के निवारण हेतु निवेदन किया लेकिन बड़े दुख के साथ सूचित कर रहे है कि गुर्जर बिरादरी की कोई भी समस्याओं का समाधान आज तक नही किया गया है । साफ शब्दों में हम इस पत्र के माध्यम से सूचित करना चाहते है कि राज्य सरकार की शासन कार्यप्रणाली में काफी सुधार की तुरंत प्रभाव से आवश्यकता है। काफी लंबे समय से तो राज्य सरकार के मंत्री एवम विधायक गण सिर्फ पद की लालसा में व्यस्त है और कुर्सी के लिए लड़ रहे है । कई वर्षों से लगातार हमारे द्वारा आपको एवम राज्य सरकार के विभिन्न विभागों को हमारी समस्याओं के निवारण हेतु पत्र व्यवहार किया जा चुका है लेकिन आज तक भी ठोस नतीजा या समाधान नही किया गया है । चुनावों के समय जनप्रतिनिधियों द्वारा किए गए वायदों को पूरा करने की धरातल पर तुरंत प्रभाव से जरूरत है । लेकिन आपकी सरकार में राजनीतिक मनमुटाव और कई मोड़ एवम मुद्दे को सुलझाने में ही व्यस्तता रही और हमारी समस्याओं के निवारण के लिए ठोस प्रयास नही किए जा रहे है ।
योगेंद्र सिंह गुर्जर ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस राजनीतिक पार्टी को गुर्जर समाज ने वोट देकर विश्वास जताया था कि गुर्जर समाज का विकास होगा लेकिन आज हमारी आवाज एवम वाजिब मांगों को नजरअंदाज किया जा रहा है और गुर्जर समाज की उचित मांगो के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है । यदि इसी प्रकार का रवैया रहा तो समाज को भी एक नई राजनीतिक पार्टी का विकल्प एवम राजस्थान में बदलाव लाने की शुरुआत करनी पड़ेगी जो कि गुर्जर समाज के हितो की रक्षा कर सके। इसलिए हमारा सुझाव है कि संवेदनशील होकर समय रहते है एक उच्च स्तर पर कमेटी गठित कर इस संगठन द्वारा उठाई गई मांगो एवम समाज की प्रत्येक समस्याओं का निवारण इस समिति या कमेटी में गुर्जर समाज के गणमान्य व्यक्तियों को शामिल कर सभी समस्याओं का निवारण तुंरत प्रभाव से किया जाए ।
जयपुर के सामाजिक कार्यकर्ता ने राजनीतिक पार्टियां के पदों पर जिम्मेदारी एवम अगले विधानसभा के चुनावों में गुर्जर समाज को टिकट वितरण में भागीदारी सुनिश्चित करे ।यदि समय रहते ही गुर्जर समाज की सभी समस्याओं का निवारण नही किया तो गुर्जर समाज उसी राजनीतिक पार्टियों का सहयोग एवम मान सम्मान करेंगे जो हम लिखित में हमारी समस्याओं के निवारण के लिए आगे की पंक्तियों में खड़ा रहगे। क्योंकि वर्तमान समय मे राजस्थान में 75 विधानसभा में गुर्जर बहुलता है । भारत देश की सभी विधानसभा के क्षेत्रो सहित राजस्थान की भी समस्त विधानसभा क्षेत्र में अखिल भारतीय गुर्जर महासंघ गुर्जर समाज के युवाओं एवम गणमान्य लोगों को प्रत्याशी के रूप में वर्ष 2024 के चुनाव में खड़ा करेगा और उनकी जीत के समर्थन में उचित कार्यवाही, सहयोग एवम मदद करेंगे। अब गुर्जर समाज जागरुक हो चुका हमारे समाज का विकास नही तो उस राजनीतिक पार्टी को वोट भी नही दिया जाएगा। गुर्जर बाहुल विधानसभा से केवल गुर्जर प्रत्याशी को ही राजनीतिक पार्टियां टिकट दे अन्य जाति के उम्मीदवार की हार अगले चुनाव में निश्चिंत है । गुर्जर समाज अब अपने उम्मीदवार को ही जिताएगा।
अखिल भारतीय गुर्जर महासंघ के अनुसार गुर्जर समाज की मुख्य मांगे निम्न है –
1. समस्त भारत में गुर्जर समाज को ई.डब्ल्यू. एस. की तर्ज पर आरक्षण दिया जाए एवं राजस्थान तथा मध्यप्रदेश में अनुसूचित जनजाति में शामिल किया जावे।
2. राजस्थान में प्रदत वर्तमान अति पिछड़ा वर्ग के आरक्षण को संविधान की नौ वीं अनुसूची में सम्मिलित किया जावे।
3. समस्त भारत की गुर्जर जाति एक ऐतिहासिक वीर कौम है और लंबे समय से हमारी मांग है कि भारतीय सेना में अलग से “गुर्जर रेजिमेंट” बनाकर इस वीर जाति के युवाओं को देश सेवा का अवसर दिया जावे।
4. केंद्र व भारत के सभी राज्यों में देवनारायण बोर्ड का गठन करके गुर्जर समाज की उन्नति व विकास के लिए आवश्यक फंड दिया जावे।
5. वीरांगना पन्नाधाय की जन्मस्थली को राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया जावे।
6. राजधानी दिल्ली में सम्राट मिहिर भोज और पन्ना धाय के नाम से मार्ग घोषित किये जावे।
7. उत्तर भारत के किसी भी राज्य में सवाई भोज व सम्राट मिहिर भोज के नाम से केंद्रीय विश्वविद्यालय की घोषणा की जावे।
8. शिक्षा और राजनीति में गुर्जर समाज को विशेष आरक्षण दिया जावे।
9. संपूर्ण हिंदुस्तान में देवनारायण भगवान के जन्म दिवस 16 फरवरी 2024 पर अनिवार्य अवकाश घोषित किया जावे।
10. भारत के सर्वोच्च न्यायालय व राज्यों के विभिन्न उच्च न्यायालयों में गुर्जर समाज के योग्य उम्मीदवारों से जज मनोनीत किए जावे।
11. विभिन्न गुर्जर बाहुल्य राज्यों में से किसी एक राज्य में गुर्जर समुदाय से मुख्यमंत्री मनोनीत किया जावे।
12. गुर्जर समुदाय में से योग्यता के आधार पर राज्यपाल मनोनीत किया जावे।
13. गुर्जर समाज के सांसदों में से केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया जावे।
14. हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात से राज्यसभा में सदस्य लिये जावें।
15. गुर्जर समाज की संख्या बल के अनुसार लोकसभा व विधानसभाओं में सीटे प्रदान की जावे।
16. केंद्र के विभिन्न बोर्ड, निगम, व आयोगों में गुर्जर समाज को प्रतिनिधित्व दिया जावे।
17. सवाई माधोपुर एवं अलवर स्थित वन अभ्यारण से जबरन स्थापित किए गए एवं अभ्यारण के इर्द-गिर्द रहने वाले 1 गुर्जर समुदाय के लोगों को वन अधिनियम के नाम पर वन अधिकारियों द्वारा प्रताड़ना बंद करने करवाने हेतु वन विभाग मंत्रालय को आवश्यक दिशा निर्देश देने की कृपा करें।
18. गुर्जर आंदोलन के दौरान हुई 72 मौतों की न्यायिक आवश्यक जांच करवाते हुए बलिदान बलिदानों को शहीद का दर्जा दिलवाया जाए एवं संबंधित दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करवाई जाए।
19. अजमेर स्थित नाग पहाड़ भगवान देवनारायण जी के पिता सवाई भोज कर्म स्थली का वन विभाग से आजाद कराते हुए सवाईभोज जन्म स्थल घोषित किया जाए।
20. वीर गाना माता पन्नाधाय गुजरी को राष्ट्र माता का दर्जा दिया जाने के साथ-साथ उनकी जन्मस्थली को राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया जाए।
21. सवाई भोज एवम जोधपुरिया धार्मिक स्थल के आसपास में भगवान देवनारायण केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना भी जाने का आग्रह है ।
1947 की आजादी के बाद से गुर्जर समाज को भारत में उनका वाजिब और उचित हक प्रदान नहीं मिला है इसलिए दर्द तो बहुत है लेकिन निवेदन है कि उपरोक्त प्रमुख मांगों पर निर्णय लेकर गुर्जर समाज को लाभान्वित करने करने की कृपा करने की मांग की है ।