जयपुर, प्रदेश में मौजूदा वित्तीय वर्ष में जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत ग्रामीण परिवारों को ‘हर घर नल कनेक्शन’ देने के लिए राज्य सरकार द्वारा अब तक 1077.88 करोड़ रुपये की राशि व्यय की जा चुकी है। प्रदेश में वर्ष 2024 तक सभी ग्रामीण परिवारों को ‘हर घर नल कनेक्शन’ देने की मुहिम के तहत चालू वित्तीय वर्ष में जहां प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृतियां, तकनीकी स्वीकृतियां, निविदाएं और कार्यादेश जारी करने में बड़ी तेज गति से कार्य किया जा रहा है, वहीं जेजेएम में ग्रामीण पेयजल परियोजनाओं पर खर्च के लिहाज से भी राजस्थान देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है।
जलदाय मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने यह जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार के इंटीग्रेटेड फाइनेंसियल मैनेजमेंट सिस्टम (आईएफएमएस) पर दर्ज नवीनतम सूचना के अनुसार प्रदेश में इस वित्तीय वर्ष में ‘हर घर नल कनेक्शन’ के कार्यों पर 1077.88 करोड़ की राशि व्यय की जा चुकी है। राज्य में ग्रामीण पेयजल परियोजनाओं के क्रियान्वयन पर खर्च से सम्बंधित सूचनाओं को आईआईएमएस पर भी लगातार अपडेट किया जा रहा है। प्रदेश में जलदाय विभाग द्वारा सघन प्रयासों से श्रृंखलाबद्ध स्वीकृतियों का सिलसिला जारी है, इससे आने वाले दिनों में इस व्यय में और बढ़ोतरी होगी।
*गत दस माह में दस बैठकें, अब तक 78 लाख ‘हर घर नल कनेक्शन’ की स्वीकृतियां*
डॉ. कल्ला ने बताया कि कैलेंडर वर्ष 2021 में फरवरी से अब तक 10 माह की अवधि में एसएलएसएससी की 10 बैठकें (औसतन हर माह एक बैठक) आयोजित कर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में ‘हर घर नल कनेक्शन’ की स्वीकृतियां युद्ध स्तर पर जारी की गई है। उन्होंने बताया कि मंगलवार (09 नवम्बर 2021) को आयोजित एसएलएसएससी की बैठक तक तक राज्य के एक करोड़ एक लाख 32 हजार 274 ग्रामीण परिवारों में से करीब 78 लाख परिवारों को ‘हर घर नल कनेक्शन’ देने के लिए राज्य स्तरीय योजना स्वीकृति समिति (एसएलएसएससी) के स्तर से मंजूरी दी जा चुकी है।
*करीब 21 लाख ‘हर घर नल कनेक्शन’ के लिए 3680 करोड़ के कार्यादेश*
जलदाय मंत्री ने बताया कि प्रदेश में इस साल 30 लाख ग्रामीण परिवारों को ‘हर घर नल कनेक्शन’ देने के लक्ष्य की तुलना में अब तक विभाग द्वारा रेग्यूलर विंग और मेजर प्रोजेक्ट्स में मंजूर ग्रामीण पेयजल परियोजनाओं में करीब 3680 करोड़ रुपये की राशि के 20 लाख 68 हजार 819 ‘हर घर नल कनेक्शन’ के कार्यादेश जारी किए जा चुके है। वर्तमान में इनमें से 14 लाख 92 हजार 162 ‘हर घर नल कनेक्शन’ देने का कार्य मौके पर चल रहा है। इसके साथ ही 19 हजार 194 गांवों में 7207 ग्रामीण पेयजल परियोजनाओं की तकनीकी स्वीकृतियां (47 लाख 95 हजार 92 ‘हर घर नल कनेक्शन’ के लिए) तथा 18 हजार 31 गांवों में 6790 स्कीम्स (44 लाख 58 हजार 817 ‘हर घर नल कनेक्शन’ के लिए) की निविदाएं भी जारी की जा चुकी है।
*इस साल एसएलएसएससी की दो बैठकें और*
डॉ. कल्ला ने बताया कि प्रदेश के शेष गांवों में ‘हर घर नल कनेक्शन’ की बकाया स्वीकृतियां जारी करने के लिए इस माह के अंत में तथा इसके बाद दिसम्बर माह में एसएलएसएससी की दो बैठकें और आयोजित की जाएगी। इस सम्बंध में सभी जिलों में विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने अधीन ग्रामीण क्षेत्रों में ‘हर घर नल कनेक्शन’ के बचे हुए कार्यों के प्रस्ताव शीघ्रता से तैयार कर भिजवाए। इन दो बैठकों के बाद विभाग की टीम वर्ष 2024 तक के लक्ष्य के अनुरूप ग्रामीण परिवारों को ‘हर घर नल कनेक्शन’ देने के मिशन में पूरी तरह जुट जाएगी।
*अब तक 21 लाख 36 हजार परिवारों को ‘हर घर नल कनेक्शन’ की सौगात*
जलदाय मंत्री ने बताया कि प्रदेश में अब तक 21 लाख 36 हजार 777 ग्रामीण परिवारों को ‘हर घर नल कनेक्शन’ की सुविधा से जोड़ा जा चुका है। इसमें वर्तमान सरकार के कार्यकाल में अगस्त 2019 में जेजेएम की शुरूआत के बाद दिए गए 9 लाख 62 हजार 642 ‘हर घर नल कनेक्शन’ शामिल है। राज्य में 717 गांवों के सभी घरों में ‘हर घर नल कनेक्शन‘ की सुविधा दे दी गई है। इसके अलावा प्रदेश के 491 गांवों के 90 प्रतिशत से अधिक, 637 गांवों में 80 प्रतिशत से अधिक तथा 717 गांवों में 70 प्रतिशत से ज्यादा परिवारों को ‘हर घर नल कनेक्शन’ से स्वच्छ पेयजल आपूर्ति की सुविधा दी जा रही है। ——