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बीकानेर,भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों, प्रदेशाध्यक्षों और संगठन महासचिवों की दो दिवसीय बैठक 20 मई को संपन्न हुई। यह महत्वपूर्ण बैठक राजस्थान के जयपुर में हुई। भाजपा की राष्ट्रीय बैठक राजस्थान में 20 साल बाद हुई, इसलिए प्रदेश भाजपा के लिए बैठक का खास महत्व था। स्वाभाविक है कि बैठक की व्यवस्था की कमान प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया के पास रही। इसमें कोई दो राय नहीं कि पूनिया और उनकी टीम ने बैठक के इंतजाम शानदार तरीके से किए। देशभर से आए दिग्गज भाजपाइयों को राजस्थानी संस्कृति और परंपराओं का अहसास भी कराया। 20 मई को सभी पदाधिकारियों को होटल के हॉल में जमीन पर बैठाकर दोपहर का भोजन करवाया गया। राजस्थानी संस्कृति और परंपरा के अनुरूप भोजन की थाली के लिए आकर्षक चौकी लगाई गई। खुद सतीश पूनिया ने मेहमानों को स्वादिष्ट व्यंजन परोसे। ऐसी आवभगत की सभी पदाधिकारियों ने प्रशंसा की। दो दिन की बैठक की कार्यवाही भी मिनट टू मिनट और अनुशासित तरीके से चली। सभी व्यवस्थाओं को टीम सतीश पूनिया ने ही पूरा किया। शानदार इंतजामों के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पूनिया की पीठ थपथपाई। 20 मई को जयपुर से रवाना होते वक्त नड्डा ने कहा कि डॉ. सतीश पूनिया और उनकी टीम ने शानदार इंतजाम किए हैं। प्रदेश में भाजपा संगठन पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रहा है। इससे मीडिया से संवाद करते हुए नड्डा ने कहा कि राजस्थान में आज भी चुनाव हो जाएं तो भाजपा की जीत पक्की है। मालूम हो कि राजस्थान में अगले वर्ष नवंबर में चुनाव होने हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने जहां बैठक के बाद पूनिया की पीठ थपथपाई वहीं बैठक से दो दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ. पूनिया को दिल्ली बुलाकर उनकी हौसला अफजाई की। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद डॉ. पूनिया दोगुनी ताकत के साथ राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक की तैयारियों में जुटे। पूनिया से हुई मुलाकात का असर 20 मई को प्रधानमंत्री मोदी के वर्चुअल संबोधन में भी देखने को मिला। मोदी ने अपने संबोधन में राजस्थान के उन दिवंगत भाजपा नेताओं का नाम लिया, जिन्होंने जनसंघ के जमाने से पार्टी के लिए काम किया। मोदी ने अपने संबोधन में स्वर्गीय भैरोसिंह शेखावत, जगदीश प्रसाद माथुर, रघुवीर सिंह कौशल, भानु कुमार शास्त्री, भंवरलाल शर्मा, गंगाराम कोली के साथ साथ सुंदर सिंह भंडारी के योगदान की भी सराहना की। यूं तो पीएम मोदी के पास देश के हर जिले की हिस्ट्री होती है, लेकिन भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक के संदर्भ में राजस्थान की ताजा स्थिति की जानकारी देने में पूनिया की ही भूमिका रही। पूनिया ने ही पीएम को प्रदेश के ताजा राजनीतिक हालातों से अवगत कराया। किसी भी प्रदेश का जब कोई भाजपा नेता प्रधानमंत्री मोदी से मिलता है तो मुलाकात के बाद उसका भी सीना 56 इंच का हो जाता है। इसमें कोई दो राय नहीं कि भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक के बाद डॉ. सतीश पूनिया का राजनीतिक कद भी बढ़ा है। बैठक के माध्यम से राष्ट्रीय नेताओं के समक्ष डॉ. पूनिया को अपनी योग्यता दिखाने का भी अवसर मिला है।

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