बीकानेर,राजस्थान बीजेपी में निष्क्रिय जिला अध्यक्षों को पदमुक्त किया जाएगा। चर्चा है कि करीब 14 जिला अध्यक्षों ने अपना इस्तीफा देने की पेशकश की है। बीजेपी संगठन ने इन अध्यक्षों से इस्तीफे मांगे हैं।संगठन को गति देने के लिए एक दर्जन से अधिक जिला अध्यक्ष बदले जाएंगे। बीजेपी में मोर्चा और प्रकोष्ठ में भी बदलाव हो सकता है। चर्चा है कि इस्तीफे की पेशकश करने वाले जिला अध्यक्षों को दूसरी जगह खपाया जाएगा। बीजेपी ने पार्टी संगठन में भी बड़े स्तर पर बदलाव की तैयारी की है। 15 प्रतिशत तक नए चेहरे संगठन में अलग-अलग मोर्चे, प्रकोष्ठ और प्रकल्पों के साथ ही जिलों की कार्यसमिति में लिए जाएंगे। निष्क्रिय पदाधिकारियों की छुट्टी होगी।
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बदलाव
बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व चाहता है कि राजस्थान में लोकसभा चुनाव-2024 की तैयारी भी विधानसभा चुनाव तैयारियों के साथ-साथ जारी रखी जाए। पीएम मोदी और केंद्र सरकार की जन कल्याण की योजनाओं का प्रचार-प्रसार करके और मोदी के चेहरे पर ही विधानसभा चुनाव लड़ा जाए। राजस्थान में मिशन-2023 की तैयारियों में बीजेपी अगले महीने नवंबर से ही जुट जाएगी। 17 दिसंबर को गहलोत सरकार के 4 साल पूरे हो रहे हैं। इससे पहले सभी संभागों में बूथ सम्मेलन और किसान सम्मेलन भी करने हैं।14 जिला अध्यक्षों ने की इस्तीफे की पेशकश
इससे प्रदेश के चुनाव में भी बीजेपी को फायदा होगा और लोकसभा चुनाव में उतरने की भूमिका भी तैयार हो जाएगी। इसीलिए राजस्थान में सीएम फेस पहले से घोषित नहीं करके, मोदी के चेहरे और कमल के फूल के चिन्ह पर चुनाव लड़ने की तैयारी की जा रही है। जिन 14 जिला अध्यक्षों ने इस्तीफे की पेशकश की है उनमें जयपुर शहर जिला अध्यक्ष राघवेंद्र शर्मा, अलवर उत्तर अध्यक्ष बलवान यादव, अलवर दक्षिण जिला अध्यक्ष संजय नरूका, बीकानेर देहात जिला अध्यक्ष ताराचंद सारस्वत, चूरू जिला अध्यक्ष धर्मवीर पुजारी, टोंक जिला अध्यक्ष राजेंद्र पराणा, सीकर जिला अध्यक्ष इंदिरा चौधरी, झुंझुनूं जिला अध्यक्ष पवन कुमार, भरतपुर जिला अध्यक्ष शैलेस सिंह, करौली जिला अध्यक्ष बृजलाल दिकोलिया, भीलवाड़ा जिला अध्यक्ष लादूलाल तेली, अजमेर दक्षिण देहात जिला अध्यक्ष देवीशंत भूतड़ा, जोधपुर शहर जिला अध्यक्ष देवेंद्र जोशी और बाड़मेर जिला अध्यक्ष आडूराम मेघवाल ने इस्तीफे की पेशकश की है।