बीकानेर,रेलवे द्वारा रेलकर्मियों तथा उनके परिजनों को सुगम, बेहतर व आधुनिक उपचार प्राप्त हो इसके लिये उत्कृष्ट सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। फेफड़ों में ब्रोंकोपल्यूरल फिस्टुला के मरीज को केंद्रीय चिकित्सालय जयपुर में मात्रा 12 दिन में ठीक किया गया।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार हनुमानगढ़ जिले के रहने वाले रेलवे के रिटायर कर्मचारी, जिसको 2 महीने पहले अचानक सांस लेने में तकलीफ हुई जिसकी वजह से उसने हनुमानगढ़ के सरकारी हॉस्पिटल में दिखाया, वहां एक्स-रे करने के बाद उसे बताया गया कि उसका दाहिना फेफड़ा फट गया है। इस समस्या के लिए हनुमानगढ़ में तथा उसके बाद मरीज जयपुर के एक बड़े निजी अस्पताल में भर्ती हुआ लेकिन लगभग दो महीने बाद भी उसको इस फटे हुए फेफड़े और सांस की तकलीफ से कोई निजात नहीं मिली।
06 अक्टूबर 2021 को वह मरीज रेलवे के केंद्रीय अस्पताल जयपुर में श्वसन रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मुकेश कुमार मंडावरिया की ओपीडी में आया। उन्होंने इस मरीज का टेस्ट करने पर पाया की फेफड़ों में ब्रोंकोपल्यूरल फिस्टुला बन गया है। डॉ मुकेश एवं उसकी आई सी टीम की गहन देखरेख में मात्र 07 दिन में उसका ब्रोंकोपल्यूरल फिस्टुला ठीक हो गया तथा दसवं दिन फेफड़े के पूरी तरह एक्सपेंडेड होने के बाद उसकी चेस्ट ट्यूब निकाल दी गई तथा 2 दिन तक ऑब्जर्वेशन में रखकर 18 अक्टूबर 2021 को छुट्टी दे दी गई।
महाप्रबंधक-उत्तर पश्चिम रेलवे श्री विजय शर्मा ने रेल कर्मियों के उत्तम स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देते हुए चिकित्सा अधिकारियों को नवीन एवं आधुनिक तकनीक का प्रयोग करने के लिए निर्देशित किया है। इसी क्रम में उत्तर पश्चिम रेलवे पर सुपर विशेषज्ञ यूरोलॉजिस्ट एवं विशेषज्ञ फिजिशियन की नियुक्ति की गई है। शीघ्र ही कार्डियोलॉजिस्ट एवं न्यूरोलॉजिस्ट की नियुक्ति भी की जाएगी। हाल ही में मरीजों के उपचार सम्बंधी सम्पूर्ण जानकारी की उपलब्धता एवं दवाओं सम्बंधी रिकार्ड से सम्बंधित हॉस्पीटल मैनेजमेंट इन्फारमेशन प्रणाली (HMIS) की शुरूआत केन्द्रीय चिकित्सालय, जयपुर में की गई है।