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बीकानेर,भारत सरकार के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव बीकानेर आ रहे हैं। वे यहां भारतीय रेलवे मजदूर संघ के 21 वें त्रिवार्षिक अधिवेशन में शिरकत करेंगे। उनकी यह बीकानेर यात्रा इस शहर के लिए ऐतिहासिक है। रेलवे क्रासिंग का मुद्दा ज्वलंत है। जनता आश्वासनों और नेतागिरी से उकता चुकी है। इस मौके पर जब रेलवे क्रासिंग की समस्या को लेकर जनता उद्वेलित उनका बीकानेर आना डबल इंजन की सरकार की जनता के बीच साख का सवाल है। बीकानर के भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने समस्या को राजनीतिक और विवाद का मुद्दा बना रखा है। पिछले दो दशकों से यह नागरिक समस्या इस बात में अटकी हुई है कि ओवर ब्रिज बने, अण्डर ब्रिज बने, एलिवेटेड रोड बने अब एलिवेटेड ट्रेक या बाईपास। केन्द्रीय कानून मंत्री जो बीकानेर के सांसद है वे भी इस मुद्दे पर राजनीति करते रहे है। राजस्थान सरकार में तत्कालीन कैबीनेट मंत्री डा. बी.डी. कल्ला के साथ मेघवाल ने रेल मंत्री के साथ मुलाकात कर बाईपास की वकालत की। पूर्व विधायक आर. के. दास गुप्ता के साथ भी पूर्व रेल मंत्री से मेघवाल बाईपास की मांग को लेकर मिले थे। दो दशकों से हुआ कुछ भी नहीं है। अब जब रेल मंत्री के साथ कानून मंत्री मेघवाल आ रहे हैं तो इन हालातों में ( रेल मंत्री जी ) आपकी यह यात्रा बीकानेर शहर के इतिहास के पन्नों पर दर्ज होगी। रेल मंत्री के सामने कोटगेट और सांखला फाटक रेलवे क्रासिंग बहुत छोटा मुद्दा है। यह राज्य सरकार और रेलवे के बीच का काम है, परन्तु बीकानेर की जनता के जी का जंजाल बना हुआ है। बीकानेर की जनता को उम्मीद है कि रेल मंत्री आ रहे हैं तो वे जरूर रेलवे क्रासिंग की समस्या का समाधान करके ही जाएंगे। वैसे भी रेलवे का नीतिगत निर्णय है कि देशभर में रेल्वे क्रासिंग समाप्त किए जाएं। तेजी से क्रासिंग पर ओवर ब्रिज अण्डर ब्रिज बन रहे हैं। राजस्थान में डबल इंजन की सरकार है। यहां के सांसद व केन्द्रीय मंत्री मेघवाल आपके साथ आ रहे हैं। कानून मंत्री ने अपने क्षेत्र की इस विकट समस्या के बारे में रेल मंत्री से जरूर हालातों का जिक्र किया ही होगा। रेलवे और राजस्थान सरकार ने समाधान के कई प्लान बना रखे। एलिवेडेट रोड की वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति के बाद काम अटक गया। बाइपास की राजस्थान सरकार ने रेलवे की शर्ते पूरी करने और अपने मद की राशि जमा करवाने के बाद ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। अण्डर ब्रिज का राजस्थान में पिछली सरकार ने तकनीकी स्वीकृति जारी कर दी। अभी भी ठंडे बस्ते में पड़ा है। एलिवेडेट ट्रैक को प्लान में नहीं लिया गया है। अण्डर ब्रिज का विरोध हो रहा है। ऐसे में रेल मंत्री की इस यात्रा पर बीकानेर की जनता की उम्मीदें टिकी हुई है। राजस्थान सरकार के सहयोग से रेलवे इस काम को त्तत्परता से कर सकता है। यही रेल मंत्री से आशा बंधी है। केन्द्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के प्रयासों से रेल मंत्री कोटगेट- सांखला फाटक के समाधान का कोई निर्णय कर देते हैं तो उनकी तो जनता में वाह वाही होगी ही। सांसद व केन्द्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल की भी बीकानेर में साख बढ़ेगी। डबल इंजन की सरकार होने का बीकानेर की जनता को सुखद अहसास भी हो जाएगा। है। अन्यथा तो होली के मौके पर रेल मंत्री और कानून मंत्री की बीकानेर के पाटों पर फजीहत ही होनी है। बीकानेर में रेल मंत्री के आने को लेकर पाटों पर तथा जन मानस में क्रिया-प्रतिक्रिया का माहौल है। नेताओं को जनता की रग को समझना ही चाहिए।

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