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बीकानेर,विगत वर्षों में उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर मण्डल के औसत दैनिक कुल राजस्व का लगभग दो तिहाई यात्री यातायात से और माल ढुलाई राजस्व एक तिहाई था। वर्तमान में माल ढुलाई राजस्व में 65 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। यह वृद्धि जयपुर मण्डल पर नए गुड्स शैडों के प्रारम्भ होने से प्राप्त की गई है एवं सितंबर-2021 तक 100ः% से अधिक की वृद्धि होने की उम्मीद है। इससे रेलवे की आर्थिक स्थिति को मजबूती प्राप्त हुई है। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी व उपमहाप्रबन्धक/सामान्य लें. शशि किरण के अनुसार रेलवे बोर्ड द्वारा वर्तमान में निजी वित्त पोषण के माध्यम से गुड्स शेड के विकास के संबंध में लागू नई नीति के कारण यह वृद्धि प्राप्त की गई है। जयपुर मण्डल पर जयपुर-फुलेरा मार्ग पर आसलपुर जोबनेर स्टेशन एवं जयपुर-सवाईमाधोपुर रेलखण्ड पर विकसित गुड्स शैडों को बिना किसी अतिरिक्त खर्च के विकसित किया गया है। साथ ही मार्च 2021 में मिर्जापुर बाछोद गुड्स शैड भी प्रारम्भ किया गया है। लें. शशि किरण ने बताया कि अभी जयपुर मण्डल ने हाल ही 18.70 करोड़ रुपये की लागत से जयपुर के नजदीक धानक्या स्टेशन पर अत्याधुनिक गुड्स शेड के विकास के लिए LOA (Latter for Agreement) जारी किया है। इसके अनुसार धानक्या में एक अंतर्देशीय कंटेनर डिपो (आईसीडी) स्थापित किया जायेगा। यह जयपुर के व्यापारियों के लिए जयपुर के नजदीक (20 किलोमीटर) विद्युत कर्षण लाईन पर प्रथम डबल स्टैक कंटेनर डिपो होगा, जो औद्योगिक विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इसकी मांग लम्बे समय से व्यापार एवं औद्योगिक संगठनों द्वारा की जा रही थी। इस गुड्स शैड के स्थापित हो जाने के पश्चात् मुंद्रा, पिपावाव और जेएनपीटी बंदरगाहों से/के लिए एक्जिम कार्गाे और अंतर्देशीय आवाजाही से पार्टी द्वारा अनुमानित अनुमानों के साथ शुरू करने के लिए एक करोड़/माह से अधिक का अनुमानित माल ढुलाई राजस्व होने की उम्मीद है, और इसके काफी बढ़ने की उम्मीद है। इससे रेल यातयात अनुपात में वृद्धि होगी एवं मौजूदा माल यातायात को सड़क से रेल की ओर स्थानांतरित किया जा सकेगा।

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