बीकानेर,कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी 28 फरवरी को 7 दिवसीय दौरे पर ब्रिटेन पहुंचे. यहां उन्होंने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में छात्रों को लेक्चर दिया.इस दौरान उन्होंने ‘बिग डेटा एंड डेमोक्रेसी’ और ‘इंडिया चाइना रिलेशंस’ पर बात की.
राहुल गांधी ने गुरुवार को फेसबुक पर कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में अपने लेक्चर का अनुभव शेयर किया. उन्होंने लिखा- कैम्ब्रिज जज बिजनेस स्कूल के छात्रों और संकाय के साथ बातचीत करना एक समृद्ध अनुभव था, जहां एक विजिटिंग फेलो के रूप में मैंने “21वीं सदी में सुनना सीखना” शीर्षक पर एक व्याख्यान दिया. उनका संबोधन असहिष्णु होते समाज में ‘सुनने की कला’ पर फोकस था.
उन्होंने अपनी फेसबुक पोस्ट में आगे लिखा कि लगातार और लगन से सुनने की कला वैश्विक बातचीत के लिए बहुत शक्तिशाली और अनिवार्य है. हमने इसे भारत जोड़ो यात्रा के दौरान बहुत अच्छी तरह से महसूस किया. नई वैश्विक व्यवस्था को नैविगेट करने के लिए, लोकतांत्रिक देशों में प्रोडक्शन को फिर से शुरू करना होगा. वहीं सद्भाव और विकास के लिए करुणापूर्वक सुनना जरूरी है.
हमें नई सोच की जरूरत
राहुल गांधी अपने लेक्चर में कहा था कि हम एक ऐसी दुनिया नहीं चाहते, जो लोकतांत्रिक मूल्यों से जुड़ी हुई नहीं हो इसलिए हमें नई सोच की जरूरत है. हम एक ऐसी दुनिया को बनते हुए नहीं देख सकते, जहां लोकतांत्रिक मूल्य नहीं हो. इसलिए हमें एक नई सोच अख्तियार करनी पड़ेगी कि हमें बिना किसी दबाव के लोकतांत्रिक माहौल तैयार करें. इस बारे में चर्चा करें. यात्रा एक जर्नी है, जिसमें लोग खुद के बजाए दूसरों को सुनते हैं.
2022 में भी कैम्ब्रिज गए थे राहुल
राहुल गांधी पिछले साल मई में भी कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी गए थे. तब राहुल ने ‘Ideas for India’ कॉन्फ्रेंस में मोदी सरकार पर हमला बोला था. उस समय यूनिवर्सिटी में उनके बयान को लेकर खासा बयान हुआ था.
उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार संसद और चुनाव आयोग जैसी संस्थाओं को काम नहीं करने दे रहे हैं. राहुल ने कहा था कि उनकी पार्टी भारत को फिर से हासिल करने के लिए लड़ रही है. उन्होंने कहा था कि बीजेपी लोगों की आवाज दबाती है, जबकि हम लोगों की आवाज को सुनने के लिए काम कर रहे हैं. भारत उन संस्थानों पर हमले देख रहा है, जिन्होंने देश का निर्माण किया है, जिस पर अब डीप स्टेट का कब्जा है.