बीकानेर,राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार के 4 साल पूरे होने के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान से गुजरेगी. यात्रा के राजस्थान में पहुंचने से लेकर रूकने तक की तारीखें तय होने के बाद राजस्थान कांग्रेसी खेमे में गहमागहमी बढ़ गई है.मिली जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी की यात्रा राजस्थानमें 6 दिसम्बर को झालावाड़ जिले से प्रवेश करेगी और 23 दिसंबर तक अलवर जिले से होते हुए दिल्ली की तरफ कूच करेगी. वहीं झालावाड़ में प्रवेश होने के बाद यात्रा कोटा, सवाईमाधोपुर, दौसा के रास्ते से गुजरेगी. मालूम हो कि इस दौरान राजस्थान में कांग्रेस सरकार की गहलोत सरकार के 4 साल पूरे होने जाएंगे और चुनावों में महज एक साल का समय बचा होगा.
वहीं इधर राजस्थान में यात्रा को सफल बनाने के लिए कांग्रेस में संगठन और सरकार के स्तर पर सभी नेताओं को अलग-अलग जिम्मेदारी दी जाएगी. हाल में सचिन पायलट ने कोटा और हाड़ौती के कई इलाकों का दौरा किया था.
वहीं कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि राजस्थान में पिछले काफी समय से चल रही राजनीतिक अस्थिरता के चलते राहुल की यात्रा पार्टी के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है. वहीं पार्टी को चुनावों से पहले गुटबाजी को दूर कर एकजुट होने में मदद मिलेगी. वहीं राहुल की यात्रा से पहले एक सवाल बना हुआ है कि क्या राजस्थान में अशोक गहलोत और पायलट की खींचतान कम होगी.कांग्रेस की गुटबाजी होगी दूर !
बता दें कि राजस्थान में पिछले 4 सालों से जिस तरह से राजनीतिक अस्थिरता का माहौल बना हुआ है उसको देखते हुए चुनावों से पहले पार्टी में एकजुटता की जरूरत है. वहीं नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच और सत्ता-संगठन का समन्वय होना बेहद जरूरी है. ऐसे में राजस्थान में बिखरे हुए संगठन को ऐसी किसी यात्रा की जरूरत थी जिससे नेताओं में एक-दूसरे के प्रति विश्वास जागृत हो सके.
वहीं राहुल गांधी की यात्रा से पायलट और गहलोत खेमे के बीच कड़वाहट में भी कमी आ सकती है. वहीं राजस्थान में यात्रा के गुजरने के दौरान राहुल गांधी की कई जगह जनसभाएं भी रखी गई है जिससे पार्टी को चुनावों में फायदा हो सकता है.
मालूम हो कि राहुल गांधी की यात्रा केरल से शुरू हुई जिसके बाद तमिलनाड़ू, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब होते हुए कश्मीर जाएगी. ऐसे में यात्रा के रास्ते में राजस्थान एकमात्र ऐसा राज्य है जहां कांग्रेस की सरकार है. 2023 में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में यात्रा से कांग्रेस पार्टी के वोट बैंक में इसका असर देखने को मिल सकता है.60 विधानसभा सीटों पर पड़ेगा असर !
गौरतलब है कि राजस्थान में राहुल गांधी की यात्रा दक्षिण-पूर्वी राजस्थान से लेकर उत्तर-पूर्वी राजस्थान के कई इलाकों से गुजरेगी जहां माना जा रहा है कि लगभग 60 सीटों पर इसका खास असर देखा जा सकता है. वहीं यात्रा के दौरान इन इलाकों के स्थानीय नेता राहुल गांधी के साथ रहेंगे.मालूम हो कि कांग्रेस काफी समय से ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ईआरसीपी) को लेकर बीजेपी पर हमलावर हैं ऐसे में राहुल गांधी भी इस मुद्दे के जरिए केंद्र सरकार पर हमला बोल सकते हैं. इसके अलावा राजस्थान में जनता के बीच नेताओं की यात्राएं सालों से लोकप्रिय रही है ऐसे में माना जा रहा है कि 2023 के चुनावों में कांग्रेस यात्रा को भुना सकती है.