बीकानेर,पुलिस और बदमाशों को गठजोड़ फिर सामने आया हैं। पुलिस ने मादक पदार्थ तस्करी करते आरएसी के जवान और उसके साथी कोटगेट थाने के हिस्ट्रीशीटर को पकड़ा है। आरोपियों से मादक पदार्थ और एक कार जब्त की है। यह कार्रवाई जेएनवीसी पुलिस ने मंगलवार देररात को की।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर अमित कुमार बुड़ानिया ने बताया कि मंगलवार रात को नाकाबंदी के दौरान पुलिस को सूचना मिली कि 80 फीट रोड पर एक कार है, जिसमें दो लोग सवार है, जिनके पास मादक पदार्थ हो सकता है। इस पर पुलिस ने 80 फीट रोड पर नाकाबंदी की। वहां नोखा की तरफ से आई एक कार को रोका। कार चालक हड़बड़ा गया। पूछताछ करने पर संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। पुलिस ने कार व आरोपियों की तलाशी ली तो आरोपियों के पास से 23 ग्राम एमडी मादक पदार्थ मिला। पुलिस ने जसरासर निवासी आरोपी मनोज 40 पुत्र शंकरलाल बिश्नोई एवं धोबी तलाई निवासी तनवीर उर्फ बाबू पठान 35 पुत्र ताज मोहम्मद को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने एमडी व कार को जब्त कर लिया। आरोपियों को बुधवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें छह अगस्त तक के लिए रिमांड पर भेजा गया है। आरोपी मनोज बिश्नोई आरएएसी में कांस्टेबल है जो वर्तमान में पुलिस ट्रेनिंग में पदस्थापित हैं। आरोपी तनवीर कोटगेट थाने का हिस्ट्रीशीटर है। कार तनवीर की थी।
दोनों में हुई दोस्ती, करने लगे कारोबार
जांच अधिकारी बीछवाल थानाधिकारी महेन्द्रदत्त शर्मा ने बताया कि कांस्टेबल मनोज व हिस्ट्रीशीटर तनवीर उर्फ बाबू की साल भर पहले दोस्ती हुई। दोनों शराब व अन्य नशा करने के शौकीन है। शराब पार्टी के दौरान गहरी हुई दोस्ती ताे दोनों ने एमडी का नशा भी करना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे आरोपियों ने एमडी नशा बाहर से लाकर यहां पर महंगे दामों पर बेच देते थे। आरोपी मंगलवार को जोधपुर से एमडी लेकर आए थे। वह भी बेचने की फिराक में थे।
1500 में लाकर 2500 तक में बेचते
पुलिस की अब तक की जांच में पता चला है कि आरोपी 1400 से 1500 में जोधपुर साइड से एमडी खरीद कर लाते और यहां पर 2000 से 2500 तक में बेच देते हैं। इससे इन्हें बड़ा मुनाफा होता। इतना ही नहीं खुद के खाने के लिए फ्री में मिल जाता। पुलिस आरोपियों से एमडी जोधपुर में किससे लाते और यहां किन-किन लोगों को बेचते थे इसके बारे में पड़ताल कर रही है।
बदमाशों से पुलिस की सांठगांठ
आरएसी के जवान के मादक पदार्थ तस्करी में संलिप्तता पाए जाने पर एकबार फिर प्रमाणित हो गया है कि पुलिस की आपराधिक प्रवृति के लोगों से सांठगांठ है। इससे पूर्व भी पुलिस जवान प्रवीण सिंह को हार्डकोर अंकित भादू को फरारी के दौरान संरक्षण देने के मामले में गिरफ्तार किया था। कांस्टेबल के कुख्यात अपराधी आनंदपाल सिंह से भी संबंध उजागर हुए थे। तब उसे चूरू से बीकानेर पदस्थापित किया गया था। हाल ही में पल्लू थाने में दुष्कर्म के आरोपी के साथ नाचने वाले हनुमानगढ़ के नौ पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया था। इन घटनाओं से स्पष्ट होता है कि पुलिस के कई अधिकारी-कर्मचारी बदमाशें से मिलीभगत रखते हैं।