
बीकानेर,द पुष्करणाज फाउण्डेशन के द्वारा आज पुष्करणा दिवस के उपलक्ष्य में विशेष तौर से एक वैचारिक गोष्ठी का आयोजन नत्थूसर गेट बाहर स्थित लक्ष्मीनारायण रंगा सृजन सदन में अखिल भारतीय पुष्टिकर सेवा परिषद् (युवा) के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं वरिष्ठ साहित्यकार कमल रंगा की अध्यक्षता में हुआ।
फाउण्डेशन के संस्थापक सचिव कृष्णचंद पुरोहित ने बताया कि सप्ताहभर से विभिन्न तरह के आयोजनों की श्रृंखला में आज एक विशेष वैचारिक गोष्ठी आयोजित हुई। जिसका विषय ‘पुष्करणा समाज और सामाजिक सरोकार’ रहा। वैचारिक गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए कमल रंगा ने कहा कि पुष्करणा ब्राह्मण समाज अपनी विशिष्ट संस्कृति, रीति-रिवाज और परंपराओं के लिए तो एक अलग पहचान रखता ही है, साथ ही इस समाज का व्यक्ति मानवीय चेतना के साथ बीकानेर के सर्वसमाज के प्रति अपने सामाजिक सरोकारों से जुडे़ मुद्दों पर दायित्व निवर्हन करता है एवं नगर में अपनी अग्रणी भूमिका निभाता है। रंगा ने आगे कहा कि पुष्करणा ब्राह्मण समाज अपनी वैचारिक-बौद्धिक, आध्यात्मिक, राजनैतिक एवं अन्य मानवीय संवेदना के विभिन्न पक्षों पर अपनी सशक्त भूमिका का निवर्हन करते हुए नगर के समग्र विकास में अपनी रचनात्मक भूमिका का निवर्हन करता रहा है, जिसका इतिहास गवाह है। और यह समाज हमेशा निरपेक्ष भाव से नगर एवं नगर वासियों के प्रति सजग रहते हुए कर्मशील रहा है। इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए समाजसेवी गोपीकिशन छंगाणी ने कहा कि पुष्करणा ब्राह्मण समाज हमेशा परोपकार एवं दया भाव से अपना सामाजिक दायित्व निभाता रहा है। इसी कड़ी में युवा व्यवसायी अशेाक पुरोहित ने कहा कि पुष्करणा ब्राह्मण समाज सबसे पुराने धर्म सनातन वैदिक धर्म से संबंधित है। जो अपने सामाजिक सरोकारों को कल्याण की भावना से देखता है। वरिष्ठ शिक्षाविद् एवं संस्कृतिकर्मी राजेश रंगा ने कहा कि पुष्करणा समाज अपने वैचारिक चिंतन के साथ-साथ ज्योतिष, आयुर्वेद जैसी विद्या में निपुण होने के कारण इस क्षेत्र में भी अपनी अहम् सेवाएं समाज को देकर सामाजिक सरोकार के प्रति सजग रहा है। वैचारिक मंथन में डॉ. राकेश किराडू़, गौरीशंकर व्यास, आदित्य किराड़ू, आशीष ओझा, मोहित पुरोहित, श्यामसुंदर किराडू, महेश पुरोहित, अंजनी व्यास, श्यामसुंदर पुरोहित ‘सागर सा’, उमेश पुरोहित, अशोक उपाध्याय, जगदीश पुरोहित, आदित्य पुरोहित, नमन जोशी, शरद जोशी, आनन्द जोशी, घनश्याम ओझा, राजकुमार रंगा, मरूधर बोहरा, नंदकिशोर रंगा, मदन मोहन ओझा, मनोज देराश्री, महेन्द्र आचार्य, शिवरतन आचार्य, पवन पुरोहित, शिवदत्त व्यास, राममूर्ति व्यास, कुलदीप व्यास, भैरूरतन रंगा, बसंत आचार्य, युगल नारायण छंगाणी सहित समाज के अनेक युवा प्रतिभाओं ने अपनी सहभागिता निभाते हुए एवं अपने विचार रखते हुए समाज को सर्वप्रिय समाज बताया। द पुष्करणाज फाउण्डेशन के सचिव कृष्णचंद पुरोहित ने बताया कि पुष्करणा दिवस के अवसर पर गत वर्षो की भांति ही परंपरागत एवं विधि विधान से मां उष्ट्र वाहिनी का पूजन सभी समाज साथियों के साथ गत वर्ष की भांति ही रामदेव पार्क के पास स्थित पंडित विष्णुदत्त रंगा के सानिध्य में किया गया।
वैचारिक गोष्ठी का सफल संचालन विश्व रिकॉर्ड धारक फाग-साफा कला विशेषज्ञ कृष्णचंद पुरोहित ने किया एवं सभी का आभार युवा संस्कृतिकर्मी आशीष रंगा ने ज्ञापित किया।