बीकानेर,राजस्थान कौशल एवम आजीविका विकास निगम व राजस्थान संस्कृत अकादमी द्वारा राजस्थान के बेरोजगार युवाओं मुख्यमंत्री कौशल प्रक्षिक्षण योजना के अंतर्गत पूजक अर्चक कौशल प्रशिक्षण का एक मात्र केंद्र छोटी काशी बीकानेर में संचालित किया जा रहा है प्रशिक्षण प्रदाता कला एवम संस्कृति मंत्रालय के अधीन राज्य सरकार का उपक्रम राजस्थान संस्कृत अकादमी है अकादमी के केंद्राधीक्षक शास्त्री पं गायत्री प्रसाद शर्मा ने बताया कि देश का पहला व राजस्थान का एक मात्र यह अनूठा प्रशिक्षण है जिसमे 12वी पास युवा तीन माह का आवासीय प्रशिक्षण प्राप्त कर अधिकृत पुरोहित तैयार होंगे प्रशिक्षण में आवास व भोजन व्यवस्था निःशुल्क है आयु सीमा 15 से 45 वर्ष तक रखी गयी है|
मुख्य प्रशिक्षक शास्त्री पं यज्ञ प्रसाद शर्मा ने बताया कि गुरुकुल पद्धति से प्रशिक्षणार्थियों को सोलह संस्कार,नित्यकर्म संध्या, यज्ञ,पूजन मन्दिर सेवा पूजा प्रबंधन,यज्ञकुंड मंडप निर्माण व पूजन सामग्री निर्माण के साथ साथ सॉफ्ट स्किल व कंप्यूटर का ज्ञान भी सिखाया जाता है बीकानेर में यह प्रशिक्षण 2017 -2018 से गोगा गेट बाहर स्थित ऋग्वेदी ब्राह्मण गायत्री मन्दिर में संचालित किया जा रहा है जिसमे अबतक करीब 300 बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षित कर पौरोहित्य कर्म की आजीविका से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाया जा चुका है |
नवीन सत्र में प्रवेश हेतु युवा 1 मार्च से 10 मार्चतक मन्दिर परिसर में आवेदन कर सकते है यह प्रशिक्षण राज्य सरकार द्वारा दिए जाने वाले बेरोजगारी भत्ते के लिये भी सरकार ने अनिवार्य कर दिया है