बीकानेर,बाबा रामदेव लोक देवता हैं वे देश में लोक जीवन की जनास्था के प्रतीक भी । लाखों लोगों का जन सैलाब उनके प्रति जनास्था के रूप में हर वर्ष भाद्र माह में देखा जा सकता है। आस्थावान लोग अपना सब कुछ काम छोड़कर पैदल रामदेवरा जाते हैं। यह हमारी परंपरागत जीवन संस्कृति का हिस्सा है। रामदेवरा पैदलयात्रियों की सेवा-सुश्रुषा के लिए कई संस्थाएं और लोग भी निस्वार्थ भाव से जाते हैं। यहां राजनीतिक पुण्य कमाने वाले भी पीछे नहीं रहते। वही अपनी पहचान बनाने, ब्रांडिंग करने और उत्पाद बेचने वाले भी मेले का फायदा उठाते हैं। मेले जनास्था के अलावा खरीद फरोख्त, मेल मिलाप और मनोरंजन के स्थल भी हैं। बाबा रामदेव मंडल सेवा समिति के सेवा जत्थे को राजस्थान के शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी.कल्ला और केंद्रीय कला एवं संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यानि मेले में राजस्थान सरकार के शिक्षा मंत्री डॉ. कल्ला और केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल का भी इस मेल मिलाप हुआ। विरोध दलों के नेता भी मेले में एक मंच पर आए।
भाद्रपद में भरने वाले सभी मेलों में अनेक संस्थाएं पूरे उत्साह के साथ भागीदारी निभाती हैं। सामाजिक समरसता के इस मेले में राजस्थान सहित पूरे देश से लाखों की तादाद में लोग शिकरत करते हैं। बाबा रामदेव मेले में यहां धर्म, जाति, सम्प्रदाय और भेदभाव से ऊपर उठकर लोग आस्था के साथ आते हैं। ऐसे में सेवादारों द्वारा इनकी सेवा करना पुण्यदाई है। श्रीकोलायत में कांग्रेस के नेता डा कल्ला भाजपा नेता अर्जुन राम मेघवाल ने मेलार्थियों की सेवा की। अर्जुन राम मेघवाल के साथ भाजपा नेता गुमान सिंह राजपुरोहित, महावीर सिंह चारण के जत्थे के रूप में आगे गए और तरुण सेवा समिति के सेवार्थियों के साथ पुण्य कमाया। मेले राजनेताओं के लिए जन संपर्क के बड़े मंच भी है। सभी नेता अपने अपने क्षेत्र में इस मंच का फायदा उठाते है।