
बीकानेर,अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के आह्वान पर 9 जुलाई बुधवार को प्रदेश के लाखों कर्मचारी एवं संविदा कार्मिकों को प्रशासनिक एवं वित्तीय मांगों के सकारात्मक समाधान के लिए पूर्व से लंबित 11 सूत्री मांग पत्र के समर्थन में जिला अध्यक्ष पृथ्वीराज लेघा के नेतृत्व में जिला कलेक्टर महोदय के मार्फत मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव को ज्ञापन भिजवाया गया। इससे पूर्व कर्मचारी महासंघ से जुड़े विभिन्न विभागों के घटक संगठनों के कर्मचारियों ने अपनी मांगों के लिए जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया। जिला अध्यक्ष लेघा बताया कि राजस्थान में परिभाषित पुरानी पेंशन योजना यथावत रखने, विभिन्न वेतन विसंगतियों का निराकरण करने, ग्रामीण क्षेत्र के कार्मिकों को 10% ग्रामीण भत्ता स्वीकृत करने ,सभी कार्मिकों को सेवाकाल में पांच पदोन्नति अवसर देने, संविदा कार्मिकों को नियमित करने, नियमित भर्ती से रिक्त पद भरने, बकाया पदोन्नति शीघ्र करने, स्थानांतरण नियम बनाने ,आरजीएचएस की कटौती बंद कर काटी गई सुविधा बहाल करने आदि मांगे शामिल है ।कर्मचारी नेता संजय पुरोहित ने बताया कि प्रदेश में संचालितआरजीएचएस में प्रदेश के कुछ चिकित्सा संस्थानों एवं दवा विक्रेताओं के द्वारा वृहत स्तर पर अनियमिताएं करते हुए कर्मचारियों के इलाज के लिए आवंटित सरकारी राशि के चिकित्सा संस्थानों के संचालकों एवं दवा विक्रेताओं के साथ भ्रष्ट अधिकारियों की भागीदारी है। शिक्षक नेता आनंद पारीक ने बताया कि बुधवार को केंद्रीय श्रमिक संगठन एवं स्वतंत्र ट्रेड यूनियन के केंद्र सरकार की जन एवं श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ आम हड़ताल का समर्थन करते हैं। प्रदर्शन में यतीश वर्मा, रेवन्तराम गोदारा, जयकिशन पारीक, गोविन्द भार्गव,गोपाल पारीक, मालाराम गोदारा ,मनीष ठाकुर,बलवीर भादू, हेतराम सिद्ध, बलवीर तर्ड, कमल खुड़खुड़िया, अयूब अली,रतीराम सारण, मकबूल अहमद, मोहम्मद असलम, अंजुमन आरा, अरुण गोदारा, सुरेंद्र सिंह भाटी, खुमाणाराम सारण, जयपाल कूकना, कैलाश वैष्णव, श्याम देवड़ा गणेश चौधरी,आदुराम मेघवाल, हेमेंद्र बाना,राजेश चौधरी, अनोपाराम,श्योपतराम ,मेवासिंह, विजेन्द्र सैनी, शेलेन्द्र कुमार, गिरधारी लाल बिजारणियां आदि नेता शामिल थे ।