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बीकानेर,स्वामी केशवानन्द राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कृषि प्रसार निदेशालय द्वारा गुरुवार को आयोजित प्रसार सलाहकार समिति की बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के उप महानिदेशक (कृषि प्रसार) डॉ. यू.एस. गौतम ने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र गत 5 सालों से किए जा रहे नवाचरों एवं प्रौद्योगिकियों के प्रभावों के आंकलन दस्तावेज़ बनाकर सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से आम किसान तक पहुँच बनाएं तथा कृषि नीति में योगदान दें। उन्होंने कहा कि आज जागरूक किसान मौसम आधारित प्रौद्योगिकी का उपयोग कर वर्षा होने की संभावना को भांपकर सिंचाई की पूर्ति वर्षा द्वारा पूरी कर सिंचाई जल की बचत कर रहे हैं। बैठक में डॉ. जे.एस. संधू पूर्व कुलपति श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर ने सुझाव दिया कि राजस्थान के पांचों कृषि विश्वविद्यालय सम्मिलित रूप से एक हिन्दी मासिक पत्रिका का प्रकाशन कर कृषि अनुसंधान एवं कृषि प्रसार गतिविधियों को वेब साइट पर किसानों के लिए सुलभ करवाएँ । इस अवसर पर अटारी जोधपुर के निदेशक डॉ. जे.पी. मिश्रा ने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्रों की लोकप्रियता बढने के साथ-साथ अपेक्षाएँ भी बढ़ रही हैं । अतः केवीके अब किसानों की सफलताओं की कहानियों के स्थान पर केस स्टडी जारी करें। बैठक में प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. सुभाष चन्द्र ने गत प्रसार सलाहकार समिति में दिये गए सुझावों पर क्रियान्विति रिपोर्ट प्रस्तुत की। बैठक में विश्वविद्यालय के सात कृषि विज्ञान केन्द्रों के अतिरिक्त संगरिया एवं सरदारशहर के केवीके प्रभारियों ने अपने कार्य प्रगति प्रतिवेदन पढ़े। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र झुंझुनू को वर्ष 2023 में रूपये एक करोड़ से ज्यादा का राजस्व सृजन करने के लिए सर्वश्रेष्ठ केवीके के रूप में पुरस्कृत किया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुलपति डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय के समस्त केवीके मिलकर प्रति वर्ष कृषि प्रौद्योगिकी किसान मेले का आयोजन कर तकनीकों को आम किसान तक पहुंचाए। उन्होंने इस हेतु भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद से आर्थिक सहयोग हेतु उप-महानिदेशक से भी आग्रह किया। बैठक में प्रगतिशील किसान सहीराम गोदारा, कान सिंह तथा श्रवण गोदारा ने अपनी सफलताएँ बैठक में साझा की। बैठक में विश्वविद्यालय के सभी निदेशकों, अधिष्ठाताओं, विभागाध्यक्षों, कृषि अधिकारियों, प्रसार वैज्ञानिकों एवं प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. केशव मेहरा ने किया तथा डॉ. आर.के. वर्मा ने धन्यवाद ज्ञपित किया।

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