
बीकानेर,रफ़ी कला केंद्र की ओर से पार्श्व गायक आवाज़ की दुनिया के बेताज़ बादशाह स्वर्गीय मोहम्मद रफ़ी की 45वीं पुण्यतिथि पर फ़िल्मी गीतों का कार्यक्रम बरबादे मोहब्बत की दुआ शाम को 7:00 बजे महाराजा नरेंद्र सिंह ऑडिटोरियम नागरी भंडार लालजी होटल के सामने आयोजित किया गया कार्यक्रम संयोजक शेख़ मोहम्मद सलीम हाशमी के अनुसार इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि फल एवं सब्जी मंडी के पूर्व अध्यक्ष अरविंद मिढा ने स्वर्गीय मोहम्मद रफ़ी साहब की फोटो पर माला पहनाकर के कार्यक्रम की शुरुआत की और इस कार्यक्रम की अध्यक्षता नेताजी और संगीत कला प्रेमी जनाब अनवर अजमेरी ने दीप जला करके कार्यक्रम को आगे बढ़ाया और इस कार्यक्रम की संयुक्त रूप से अध्यक्षता कर रहे एनडी रंगा ने मां सरस्वती की छायाचित्र पर माला पहना करके पुष्पांजलि करके कार्यक्रम को आगे चलाया इस कार्यक्रम में विशेष आमंत्रित पूर्व यूआईटी चेयरमैन हाजी मकसूद अहमद ने रफ़ी की छायाचित्र पर पुष्पांजलि करके कार्यक्रमों को और आगे बढ़ाया और इस मौके पर इस कार्यक्रम में विशेष मेहमान साबिर पावड संगीत कला प्रेमी सैय्यद अख्तर मेहबुब रगरेज ‘ राखी और मंजू गोस्वामी और डॉक्टर देवदत्त दुबे और इरशाद गोरी संगीत कला प्रेमी , सैय्यद अख्तर अशोक सोनी संगीत कला प्रेमी और जनाब आमिर मास्टर विशेष मेहमान मौजूद थे । इस कार्यक्रम में बीकानेर के जाने-माने गायक कलाकार शेख़ मोहम्मद सलीम हाशमी ने बर्बादे मोहब्बत की दुआ साथ लिए जा, गरिमा पंडित ने तेरी आंखों के सिवा दुनिया में रखा क्या है, सिंगर मुनव्वर रफ़ी ने पत्थर के सनम, जवाहर जोशी ने दिल जो ना कह सका,अनवर अजमेरी ने पर्दा है पर्दा कव्वाली गाकर के दर्शको की वाह वाही लूटी, इसके अलावा इस कार्यक्रम में अरुण जोशी, अशोक सोनी निहारिका गर्ग सैयद जाकिर हुसैन, गोपीका सोनी, सिराजुद्दीन खोकर शैलेंद्र चौहान, मंजू गोस्वामी , हेमलता तिवाडी , मोहसिन पठान आदि गायक कलाकारो ने मोहम्मद रफ़ी के गाए हुए गानों को अपनी आवाज़ में गाकर के दर्शकों की वाह वाही लूटी और इस कार्यक्रम का मंच संचालन शेख़ मोहम्मद सलीम हाशमी ने किया धन्यवाद ।