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बीकानेर,जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर के प्राणी शास्त्र विभाग में आज थार मरुस्थल की जैव विविधता पर प्रोफेसर अनिल कुमार छंगाणी , विभागाध्यक्ष, पर्यावरण विज्ञान विभाग, महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर का “एक्सटेंशन लेक्चर” आयोजित किया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय कुलपति प्रोफेसर के एल श्रीवास्तव द्वारा की गई, इस अवसर पर प्राणी विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. नरेश व्यास ने बताया कि प्रोफेसर छंगाणी इसी विभाग और विश्वविद्यालय की एलुमिनाई है, तथा इन्होंने इसी विभाग से स्नातकोत्तर,शोध एवं डी एससी का कार्य संपन्न किया था। उन्होंने बताया कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को ध्यान में रखते हुए छात्रों के सर्वांगीण विकास हेतु इस तरह के व्याख्यान विभाग में समय-समय पर कराए जा रहे हैं। प्रो. छंगाणी ने अपने व्याख्यान में बताया कि, थार मरुस्थल की जैव विविधता बहुत ही समृद्ध है, और यहां के जीवन में इसका बहुत बड़ा योगदान है। इस जैव विविधता के चलते कोविड महामारी के दौरान भी थार मरुस्थल के लोगों को जीवन यापन हेतु बहुत बड़ा सहयोग दिया । लेकिन आज थार की जैव विविधता को मानव गतिविधियों से बहुत बड़ा नुकसान हो रहा है। प्राकृतिक संसाधनों के अंधाधुन दोहन, सौर ऊर्जा की परियोजनाओं और अन्य विकास के कार्य थार की जैव विविधता को सबसे बड़ा खतरा है। इस अवसर एक्स्टेंशन एक्टिविटी सेल की निदेशक , प्रो. कांता कटारिया, प्रो. सीमा त्रिवेदी, प्रो. जीआर परिहार, विभाग के अन्य संकाय सदस्य, छात्र एवं शोधार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन विभाग की सह आचार्य डॉ मीनाक्षी मीणा ने किया।

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