बीकानेर,कोटा,राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष और एसोसिएट डीन प्रो. दिनेश बिरला को डीन फैकल्टी अफेयर्स का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। वर्तमान में प्रो. बिरला डीन स्टूडेंट वेलफेयर पद पर भी कार्यरत है। आरटीयू के सह जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि प्रो. बिरला ने आज वर्तमान डीन फैकल्टी अफेयर्स प्रो. एके द्विवेदी से अपना कार्यभार ग्रहण किया। इस अवसर डॉ. बिरला नें कुलपति प्रोफेसर एस.के.सिंह का आभार प्रकट किया और कुलपति प्रो. सिंह ने उन्हें शुभकामनाएं प्रदान की। इस अवसर पर विभिन्न विभागों की विभागाध्यक्ष और डीन भी उपस्थित थे। आई आई टी रूडकी से पीएचडी की उपाधि प्राप्त प्रोफ़ेसर बिरला तत्कालीन कोटा इंजीनियरिंग कॉलेज के 1985-89 बैच के छात्र रहे हैँ और मूलत: कोटा-बूँदी के निवासी हैं। गौरतलब है कि प्रोफेसर दिनेश बिरला इससे पूर्व भी विश्वविद्यालय में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों रजिस्ट्रार, विश्वविद्यालय भर्ती प्रकोष्ठ का संयोजक, विशेष अधिकारी कुलपति सचिवालय, विशेष अधिकारी आरटीयू परीक्षा विभाग, समन्वयक टेक्निकल एजुकेशन क्वालिटी इम्प्रूवमेंट प्रोग्राम – III पर कार्य करते हुए विभिन्न प्रशासनिक एवं अकादमिक कार्ययोजनाओं के सफल क्रियान्वयन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं।
कुलपति प्रो. एसके सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के विकास में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका हैं। वैश्विक मापदंड के अनुरूप उच्च गुणवत्तापूर्ण और बहु विषयक अनुसंधान केंद्रित शिक्षण के साथ-साथ शिक्षकों और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय प्रतिबद्ध है। प्रो. बिरला ने कहा कि राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय की डीन फैकल्टी अफेयर्स के रूप में उनका प्रयास रहेगा की शोध-अनुसंधान को बढ़ावा देने के साथ उच्च शिक्षा के निहित लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके। उनका प्रयास रहेगा कि विश्वविद्यालय के शिक्षकों के हितों को सुनिश्चित करते हुए वह फैकल्टी डवलपमेंट और तकनीकी शिक्षा के शिक्षको हेतु नवाचार-नव योजनाओ और शोध अनुसन्धान सहित विभिन्न विषयों सहित शिक्षको के समग्र विकास पर कार्य करे। इस अवसर पर उन्होंने विश्वास जताया कि वे विश्वविद्यालय में पारदर्शी तरीके से सभी विभागों में सामंजस्य रख माननीय कुलपति द्वारा सौंपे दायित्व से विश्वविद्यालय को प्रगति के पथ पर और अग्रसर होने के लिए कार्य करेंगे।