बीकानेर,जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ की साध्वीश्री विजयप्रभाश्री, साध्वीश्री चंदन बाला, प्रभंजनाश्री व साध्वी साध्वीश्री मृगावतीश्री व साध्वीवृंद के सान्निध्य में अक्षया तृतीया शुक्रवार को वर्षीतप पारणा का ़महोत्सव ढढ्ढा कोटड़ी में आयोजित किया जाएगा। तीन दिवसीय वर्षीतप महोत्सव के दूसरे दिन नाहटा चौक के भगवान आदिनाथ मंदिर में मंत्रोच्चारण व भक्ति गीतों के साथ 18 अभिषेक किया गया। सुगनजी महाराज के उपासरे में सांझी व गीतों का आयोजन हुआ।
श्री जिनेश्वर युवक परिषद के अध्यक्ष संदीप मुसरफ ने बताया कि पारणा से पूर्व साध्वी चिद्यशा सहित 9 तपस्वियों का वरघोड़ा शोभायात्रा रांगड़ी चौक से सुबह साढ़े आठ बजे गाजे बाजे से रवाना होकर भगवान आदिनाथ सहित विभिन्न जिनालयों के आगे से दर्शन वंदन करते हुए ढढ्ढा कोटड़ी पहुंचेगा। जहां जिनेश्वर युवक परिषद व तपस्वियों के परिजनों की ओर से गन्ने का रस (इक्षु रस) पिलाकर व्रत का पारणा करवाया जाएगा।
श्री जिनेश्वर युवक परिषद के मंत्री मनीष नाहटा ने बताया कि तपस्वियों में जैन धर्म के सभी पंथ व समुदाय की श्राविकाएं शामिल है। श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ, बीकानेर मूल की साध्वीश्री चिद्यशाजी का दूसरा वर्षीतप का पारणा है। उन्होंने महामांगलिक प्रदात्री प्रवर्तिनी गुरुवर्या चन्द्रप्रभा के सान्निध्य मेंं 30 वर्ष दीक्षा के प्रथम वर्ष ही वर्षीतप किया था। वर्षीतप में एक दिन उपवास व दूसरे दिन बयासना यानि दोनों वक्त सीमित आहार लिया जाता है। तपस्वियों में बीकानेर मूल की नागपुर प्रवासी दो श्राविकाएं शामिल है। वे अपने करीब 52 परिजनों के साथ बीकानेर में पारणा करने नागपुर से पहुंची है। श्रीमती चंपा देवी कोचर अनेक बार वर्षी तप की तपस्या कर चुकी है। इनके अलावा श्रीमती मधु देवी नाहटा, श्रीमती विजया देवी सिरोहिया, पुष्पा देवी कोचर, जय सुन्दरी देवी पारख, तारा बोथरा, शांति देवी नाहटा व सुनीता देवी ललवानी ने तपस्या की है।
नाहटा ने बताया कि भगवान आदिनाथ मंदिर में हुए 18 अभिषेक में साध्वीवृंद के साथ श्रावक-श्राविकाओं ने उत्साह व भक्ति से हिस्सा लिए। अभिषेक महापूजन का लाभ श्राविका मधुदेवी सुनील कुमार नाहटा के अनुमोदनार्थ श्रीमती विमला देवी वीरचंद नाहटा परिवार बीकानेर व नागपुर व बीकानेर की साध्वीश्री चिद्यशा के सांसारिक परिजनों बोथरा परिवार ने सहभागिता निभाई। पूजा में विचक्षण महिला मंडल, श्री ज्ञान वाटिका के बच्चों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। अभिषेक में साध्वीश्री प्रभंजनाश्री, चिन्मयाजी, विनोद बांठिया पप्पूजी व विचक्षण महिला मंडल, सामयिक महिला मंडल ने भक्ति गीत प्रस्तुत किए। ज्ञान वाटिका के बच्चों ने पूर्व में स्नात्र पूजा भक्ति गीतों के साथ की।