नई दिल्ली,भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आई.टी.बी.पी.) के राष्ट्रीय प्रशिक्षण सीमा केंद्र में हिमाचल प्रदेश की पहली महिला डॉग हैंडलर प्रिया ठाकुर महिला आई.टी.बी.पी. के 9 हैंडलर्स के पहले बैच में शामिल होंगी। पहली बार कोई महिला कांस्टेबल ने हाल ही में अपनी बेसिक ट्रेनिंग पूरी की है। यह सैंटर कुत्तों, घोड़ों और टट्टू जैसे जानवरों को हैंडल करने की ट्रेनिंग देता है। अब तक अधिकारी रैंक में कुछ महिला पशु चिकित्सकों को छोड़कर, सेवा में सभी कुत्तों के संचालक पुरुष रहे हैं। वह जल्द ही महिला आई.टी.बी. पी. डॉग हैंडलर्स के पहले बैच में शामिल हो जाएंगी, क्योंकि वल अपने नए प्रशिक्षण कार्यक्रम को अंतिम रूप दे रहा है।
आई.टी.बी.पी. के एक अधिकारी ने कहा कि ऐसी इकाइयों में तैनात महिला डॉग हैंडलर्स को कठिन इलाकों और खतरनाक परिस्थितियों में लड़ाकू ड्यूटी और अन्य परिचालन कार्यों को सौंपा जाएगा।
क्या कहते हैं महानिरीक्षक
आई.टी.बी.पी. के महानिरीक्षक ईश्वर सिंह दुहन कहते हैं कि महिला कॉन्स्टेबलों के लिए ए.टी. ( एनीमल ट्रेनर) कैडर खोलने उन्हें अधिक पेशेवर होने का अवसर देता है और उन्हें एक ऐसे कौशल के साथ सशक्त बनाता है, जो न केवल फोर्स के लिए फायदेमंद है, बल्कि सेवा से निवृत्त होने के बाद भी मददगार हो सकता हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आई.टी. बी. पी. में महिला कर्मियों की संख्या बढ़ने के साथ हमने हाल ही में प्रशासनिक आवश्यकताओं को पूरा करने और रोजगार में किसी भी तरह के भेदभाव को दूर करने के लिए कई अन्य गैर सामान्य कर्त्तव्य संवर्गों और व्यवसायों में महिलाओं की भर्ती शुरू की है। आई. टी. बी. पी. के गैर-सामान्य ड्यूटी कांस्टेबलों के हालिया बैच में 76 महिलाएं थीं, जिनमें से कई ने ए.टी. कैडर में सेवा करने की इच्छा दिखाई है। आई. टी. बी. पी. की 56 परिचालन इकाइयां हैं और प्रत्येक इकाई चार कुत्तों को अधिकृत करती है।
डॉग्स लवर हैं प्रिया
जब प्रिया ठाकुर से पूछा गया कि उन्होंने डॉग स्क्वाड ज्वाइन करने के बारे में क्यों सोचा तो इस बारे में उन्होंने कहा कि महिलाओं ने जीवन के सभी क्षेत्रों में असाधारण तौर पर प्रगति की है। जब मैं एच.पी. पुलिस विभाग में शामिल हुई तो मुझे डॉग स्क्वायड के बारे में पता चला और यह भी पता चला कि वहां कोई महिला संचालक नहीं थी। एक डॉग लवर होने के नाते जब मुझे इस अवसर के बारे में पता चला तो मैंने झट से वो ऑफर ले लिया। प्रिया ठाकुर का कहना है कि सॉफ्टी मेरा पहला पुलिस डॉग है। 9 महीने की ट्रेनिंग में से हमने 3 महीने की ट्रेनिंग पूरी कर ली है। प्रिया सीमाओं पर गश्त, विस्फोटकों और नशीले पदार्थों का पता लगाने, खोज और बचाव मिशन, संदिग्धों पर नजर रखने और उन्हें रोकने जैसे कर्तव्यों का पालन करेंगी।