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बीकानेर,जयपुर स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्राथमिक विद्यालय अध्यापक सीधी भर्ती-2022 में नॉन टीएसपी और टीएसपी क्षेत्र के लिए सामान्य शिक्षा एवं विशेष शिक्षा के तहत अध्यापक लेवल-प्रथम की प्रारम्भिक पात्रता जांच के सम्बन्ध में अभ्यर्थियों के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश प्रसारित किये गए हैं। प्रारम्भिक शिक्षा विभाग द्वारा शाला दर्पण पोर्टल अभ्यर्थियों के पंजीकरण की प्रक्रिया आरम्भ कर दी गई है।

शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने यह जानकारी देते हुए बताया कि विभाग द्वारा पूर्ण पारदर्शिता के साथ प्रक्रिया के संचालन के लिए व्यवस्थाएं की गई है और अधिकारियों को अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए सभी आवश्यक उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा लेवल वन की प्रारम्भिक पात्रता एवं दस्तावेजों की जांच 5 से 17 जुलाई तक की जाएगी। विभाग की ओर से अभ्यर्थियों की सहायता के लिए निदेशालय एवं प्रत्येक जिले में कंट्रोल रूम भी स्थापित किए गए है।

अभ्यर्थियों की पात्रता जांच सम्बन्धी कार्य सम्बन्धित जिले के जिला षिक्षा अधिकारी (मुख्यालय) प्रारम्भिक षिक्षा द्वारा निर्धारित दिनांक व स्थान पर अभ्यर्थी के व्यक्तिषः उपस्थित होने पर शालादर्पण पोर्टल मॉड्यूल के माध्यम से किया जायेगा। अभ्यर्थी को दस्तावेज़ सत्यापन स्थान एवं दिनांक की जानकारी, उनके द्वारा ऑनलाइन आवेदन में भरे गए मोबाइल व ईमेल आईडी पर प्रेषित की जाएगी। इसके अतिरिक्त अभ्यर्थी शाला दर्पण पोर्टल पर भी स्थान, दिनांक एवं समय की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए उनको शाला दर्पण पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। विभाग द्वारा अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए पोर्टल पर ‘एफएक्यू‘ और ‘यूजर मेनूएल‘ भी उपलब्ध कराया गया है। अभ्यर्थियों को उनके द्वारा ऑनलाइन आवेदन में भरे गए मोबाईल नम्बर और ई-मेल आईडी पर आवश्यक सूचनाएं दी जाएगी। यदि किसी अभ्यर्थी द्वारा आवेदन करते समय गलत मोबाइल नंबर प्रविष्ट कर दिये गए है या उनका नंबर बदल गया है तो वह बीकानेर में निदेशालय में उपस्थित होकर मोबाइल नम्बर परिवर्तित करा सकता है।

अभ्यर्थी को किसी प्रकार की सूचना/मार्गदर्शन की आवश्यकता हो तो, दस्तावेज सत्यापन के लिए निर्धारित अवधि के कार्य दिवसों में प्रातः 09ः30 बजे से सायं 06ः00 बजे तक संबंधित जिले के जिला शिक्षा अधिकारी (मुख्यालय) प्रारम्भिक शिक्षा के द्वारा स्थापित कन्ट्रोल रूम के दूरभाष पर सम्पर्क कर सकते हैं। पोर्टल पर पंजीकरण संबंधी समस्या के लिए 0141-2700872 एवं 9773342610 तथा दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया में समस्या या शंका समाधान के लिए 9773342608 एवं 9773342609 पर सम्पर्क किया जा सकता है। प्रक्रिया के सम्बंध में विस्तृत दिशा-निर्देश एवं अन्य जानकारी शाला दर्पण पोर्टल के माध्यम से प्राप्त की जा सकती है।
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*स्कूल शिक्षा विभाग का ‘डायल फ्यूचर‘ कार्यक्रम*

*जयपुर के गांधी नगर स्कूल में शासन सचिव ने किया गतिविधियों का निरीक्षण*

*प्रेरक संवाद से दिया बालिकाओं और टीचर्स को मोटिवेशन, सही स्ट्रीम और सब्जेक्ट चयन के लिए दिए उपयोगी टिप्स*

*सपने साकार करने के लिए ‘टेक्स्ट बुक्स’ का गम्भीरता से अध्ययन जरूरी*

जयपुर, 03 जुलाई। स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव श्री नवीन जैन ने सोमवार को जयपुर में गांधीनगर स्थित शहीद लेफ्टिनेंट अभय पारीक राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में ‘डायल फ्यचर‘ प्रोग्राम के तहत चल रही गतिविधियों का निरीक्षण किया।

श्री जैन ने इस दौरान बालिकाओं को दसवीं कक्षा के बाद स्ट्रीम और सब्जेक्ट चयन के लिए उपयोगी टिप्स देते हुए उनसे ‘कॅरियर गोल्स‘ और जिंदगी में कुछ बनने के लिए के बड़े सपने देखने जैसे विषयों पर महत्वपूर्ण संवाद किया। उन्होंने शिक्षकों को भी विद्यार्थियों के भविष्य को संवारने के लिए ‘डायल फ्यूचर‘ के प्लेटफार्म का भरपूर उपयोग करने के निर्देश देते हुए कहा कि स्कूल में प्रतिदिन जो बच्चे अनुपस्थित हो, उनके अभिभावकों को फोन कर मैसेज करें और पैरेंट्स के साथ सतत समन्वय से विद्यार्थियों की स्कूलों में नियमित उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। साथ ही 11वीं कक्षा में अधिक से अधिक एडमिशन के लिए विद्यालयों के आसपास के क्षेत्रों में सघन सम्पर्क करने के भी निर्देश दिए।

शासन सचिव ने स्वयं बालिकाओं की काउंसलिंग करते हुए बताया कि कॅरियर में आगे बढ़ने के लिए आर्ट्स, कॉमर्स और साइंस स्ट्रीम्स के तहत आने वाले सभी विषयों का बराबर महत्त्व है। कोई भी स्ट्रीम या सब्जेक्ट किसी से कम नहीं है। विद्यार्थी अपनी रूचि के अनुसार इनका चयन करते हुए अलग-अलग फील्ड में आगे बढ़कर अपने सपनों को साकार कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि दसवीं के बाद स्कूल में प्लस वन और प्लस टू और फिर कॉलेज में अगले तीन सालों में ‘टेक्सट बुक्स‘ का गहराई से अध्ययन करने से विषयों पर पकड़ और बुनियाद मजबूत होती है। ग्रेजुएशन के बाद चाहे आईएएस बनना हो या फिर आरएएस, स्कूल लेक्चरर बनना हो या फिर सीए, ग्राम सेवक बनने का लक्ष्य हो या फिर पटवारी के रूप में चयनित होने का, सभी के लिए कॉम्पीटिशन फाइट करना होता है। उन्होंने कहा कि जो विद्यार्थी इस प्रकार से नियमित तौर पर 7 से 10 घंटे अध्यययन करते हैं, वे हर स्तर के ‘कॉम्पीटिशन एक्जाम‘ में सफल होकर अपना मनचाहा मुकाम पा सकते हैं। इसलिए पांच साल तक लगातार कड़ी मेहनत के साथ अध्ययन करने का ‘कॅरियर ग्रोथ‘ में अहम रोल है। उन्होंने ‘शॉर्ट कट‘ या ‘शॉर्ट टर्म मैथड‘ के बजाय रेगूलर और ‘थोरो स्टडी‘ की उपयोगिता पर विस्तार से प्रकाश डाला।
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*प्रदेश की स्कूलों में नए सत्र में बालिकाओं को सिखाएंगे आत्मरक्षा की तकनीक*

*पुलिस अकादमी में ‘ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर सेल्फ डिफेंस टेक्निक्स फॉर वूमेन‘ की शुरुआत*

*आत्मरक्षा सिर्फ अधिकार ही नहीं हमारा कर्तव्य भी है-आयुक्त एवं राज्य परियोजना निदेशक*
जयपुर, 03 जुलाई। प्रदेश की सरकारी विद्यालयों में बालिकाओं को नए शैक्षणिक सत्र में आत्मरक्षा के लिए रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा कार्यक्रम के तहत विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की आयुक्त एवं राज्य परियोजना निदेशक श्रीमती श्रुति भारद्वाज ने स्कूल शिक्षा विभाग और राजस्थान पुलिस के संयुक्त तत्वावधान में प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कार्यरत महिला फिजिकल टीचर्स (पीटीआई) के लिए 10 दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कोर्स ‘ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर सेल्फ डिफेंस टेक्निक्स फॉर वूमेन‘ का का सोमवार को शास्त्री नगर में राजस्थान पुलिस अकादमी में शुभारम्भ किया। इस अवसर पर श्रीमती भारद्वाज ने कहा कि आत्मरक्षा सिर्फ हमारा अधिकार नहीं है बल्कि यह हमारा कर्तव्य भी है, जिसे हमें किसी भी परिस्थिति में निभाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत अब तक प्रदेश में 20 लाख से अधिक बालिकाओं को लाभान्वित किया गया है। राज्य स्तर पर इस विशेष ट्रेनिंग में जिलों से शामिल महिला ट्रेनर्स को आत्मरक्षा की बारीकियां सिखाई जाएगी, इसके बाद वे आगे चलकर राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत बालिकाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाएंगी। इसके साथ ही इस वूमन पीटीआई को महिला अधिकारों और कानूनों की विस्तृत जानकारी भी दी जाएगी ताकि वे बालिकाओं को अपने अधिकारों और कानून के प्रति जागरूक कर सकें। प्रशिक्षण के उद्घाटन कार्यक्रम में राजस्थान पुलिस अकादमी के सहायक निदेशक श्री प्रदीप मोहन शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनीता मीणा एवं अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
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