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बीकानेर मरीजों को सस्ती दरों पर गुणवत्तायुक्त दवाइयां उपलब्ध कराने के उद्देश्य से चार साल पहले खोले गए प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केन्द्र को अब निजी हाथों में देने की तैयारी है। इस संबंध में पीबीएम अस्पताल शीघ्र ही कोई फैसला लेने वाला है। अस्पताल प्रशासन ने केन्द्र सरकार की योजना प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केन्द्र को 25 सितंबर 2018 को बनाया है। प्रसूति विभाग के सामने खोला था। इसका उद्घाटन केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने किया था। उस वक्त यह जानकारी दी गई थी कि मरीजों की सुविधा के लिए सभी तरह की दवाइया और सर्जिकल आइटम सस्ती दरों पर उपलब्ध कराए जाएंगे। लेकिन जब से इस केन्द्र का उद्घाटन हुआ था, तभी से ही यहां पर पर्याप्त दवाइयां उपलब्ध नहीं है। रहे हैं। ऐसे में अस्पताल प्रशासन को इस केन्द्र से आर्थिक लाभ भी नहीं हो रहा है। चार साल से इस केन्द्र से अस्पताल प्रशासन को कोई फायदा नहीं हुआ है। ऐसे में अब प्रशासन ने इसे निजी हाथों में देने का मानस बनाया है

न दवाइयां पूरी और न ही उपकरण उपलब्ध

इस केन्द्र पर 700 तरह की दवाइयां फैसला लिया जाएगा। तथा 154 सर्जिकल उत्पाद उपलब्ध होने की जानकारी दी हुई है। जबकि यहां पर 400 तरह की दवाइयां तथा अधीक्षक मात्र दस सर्जिकल आइटम ही मिल रहे है ऐसे में मरीजों को अन्य दवाइयों के लिए बाहर भटकना पड़ता है। ऐसे में इस केन्द्र के खोलने का कोई मकसद नहीं रहा है।

निजी हाथों में देने  का मानस

इस केन्द्र को खोलने से कोई फायदा नहीं पहुंचा है। दवाइयां भी पीछे से पूरी नहीं मिल रही हैं। • ऐसे में अब इस केन्द्र को निजी हाथों में देने की तैयारी है। शीघ्र ही

-डॉ. परमिन्द्रसिंह सिरोही,पीबीएम अस्पताल

 

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