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बीकानेर राज्य के 134 स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूलों में पूर्व री प्राथमिक व प्राथमिक कक्षाओं के लिए करोड़ों के भवन बनकर तैयार हो चुके है लेकिन विभाग द्वारा इनमें पूर्व प्राथमिक एवं प्राथमिक कक्षाओं न्य में प्रवेश के दिशा निर्देश जारी नही न किए जाने से एक अप्रैल से शुरू हो चुके सत्र में इन कक्षाओं में प्रवेश नहीं हो पाया है।

हर मॉडल स्कूल में लगभग एक करोड़ 5 लाख रुपए से भी अधिक की लागत से प्री प्राइमरी तथा प्राइमरी कक्षाएं शुरू करने के लिए भवन तथा इंफ्रास्ट्रक्चर बन चुके है। इन सभी 134 स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूलों पर लगभग 150 करोड़ रुपए प्री प्राइमरी तथा प्राइमरी कक्षाओं के संचालन के लिए खर्च हो चुके हैं लेकिन शिक्षण सत्र शुरू होने के बाद भी इन मॉडल स्कूलों में प्री प्राइमरी तथा प्राइमरी कक्षाएं अभी तक शुरू नहीं की गई है।

मॉडल स्कूल के प्रधानाचार्य ने बताया कि मॉडल स्कूल में प्रवेश आदि के दिशा निर्देश समग्र शिक्षा अभियान जयपुर द्वारा जारी किए जाते हैं लेकिन एनसीईआरटी के सत्र शुरू होने के 12 दिनों बाद भी प्री प्राइमरी तथा प्राइमरी कक्षाओं में प्रवेश के बारे में कोई गाइड लाइन नही होने से इन कक्षाओं में प्रवेश शुरू नहीं किए गए हैं। इन मॉडल स्कूलों में बने ये प्री
प्राइमरी तथा प्राइमरी के भवन न केवल स्कूलों को सुपुर्द किए जा चुके है बल्कि पहले से चल रही कक्षा 6 से 12वीं तक की कक्षाएं एनसीईआरटी सत्र के अनुसार शुरूहो चुकी है।

सरकार अंग्रेजी माध्यम को बढ़ावा देने के लिए लगातार महात्मा गाँधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की संख्या बढ़ा रही है। लेकिन कई वर्ष पूर्व शुरू की गई स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल योजना भी अंग्रेजी माध्यम है लेकिन उसको बढ़ावा देने की बजाय सरकार नई योजना पर ज्यादा जोर दे रही है। जबकि उसमें पूर्व प्राथमिक व प्राथमिक कक्षाओं के लिए भवन भी तैयार है।

महात्मा गाँधी स्कूलों के साथ साथ मॉडल स्कूलों को भी बढ़ावा दिया जाना चाहिए। मॉडल विद्यालयों में भी पूर्व प्राथमिक व प्राथमिक कक्षाओं के लिए प्रवेश प्रक्रिया की गाइडलाइन जारी की जाए तो छोटे बच्चों को भी अंग्रेजी माध्यम में पढ़ने का मौका मिलेगा। शीघ्र ही प्रवेश गाइडलाइन के साथ शिक्षकों की भी नियुक्ति की जाए। बसंत कुमार ज्याणी, प्रदेश प्रवक्ता,रेस्टा

जानकारों का कहना है कि सरकार का ध्यान अभी महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूलों को शुरू करने पर केंद्रित है। ऐसे में सरकार और विभाग स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूलों में तैयार 150 करोड़ की लागत से तैयार किए गए प्री प्राइमरी तथा प्राइमरी कक्षाओं को शुरू करने की तरफ नहीं गया है जबकि इन स्कूलों में भी अंग्रेजी माध्यम से शिक्षण एनसीईआरटी पाठ्यक्रम से कराया जाता है। राज्य के 27 जिलों में कुल 134 स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूलों में कक्षा 6 से 12 वीं तक वर्तमान में करीब 60 हजार विद्यार्थी अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। राज्य के छह जिलों में मॉडल स्कूल नही है। भरतपुर,चूरू, हनुमानगढ़, झुंझुनूं, कोटा तथा तथा सीकर जिलों में एक भी स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल नही है। राज्य में जिन 27 जिलों में स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल संचालित हो रहे है उनमें अजमेर जिले में 4 अलवर जिले में 10 बांसवाड़ा में 6, बारां में 6, बाड़मेर जिले में 5, भीलवाड़ा जिले में 11. बीकानेर जिले में उपनी में 1. बूंदी जिले में 4, चित्तौड़गढ़ में 10, दौसा में 4, धौलपुर में 1, डूंगरपुर में 5, जयपुर में 2, जैसलमेर जिले में 3. जालौर में 2, झालावाड़ में 4, जोधपुर में 9 करौली में 4. नागौर जिले में 9 पाली में 6 प्रतापगढ़ में 1 राजसमंद में 7. सवाई माधोपर जिले में 5, श्रीगंगानगर में 2 सिरोही में 2 टॉक में 5,उदयपुर जिले में 6 मॉडल स्कूल शामिल है।

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