बीकानेर,राजस्थान की सियासत में इन दिनों दोनों पार्टियों में सीएम फेस को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो रही हैं. सीएम अशोक गहलोत के बाद राजस्थान की कमान किसके हाथों में होगी यह सवाल सियासी गलियारों में तेजी से गूंज रहा है.जयपुर से लेकर दिल्ली तक हलचल तेज है, मगर इसी बीच राजस्थान में विपक्षी पार्टी भाजपा में सीएम फेस को लेकर जमकर सियासत हो रही है. भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व की ओर से बार-बार प्रदेश के स्थानीय नेताओं को हिदायत दी जा रही कि विधानसभा चुनाव में कोई सीएम फेस नहीं होगा. पीएम मोदी कमल निशान पर ही भाजपा चुनाव मैदान में उतरेगी, बावजूद इसके नेता बाज नही आ रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया ने एक बार फिर खुद के फेस का जिक्र कर नई बहस छेड़ दी.
बीजेपी में एक दर्जन दावेदार
दरअसल भाजपा में एक दर्जन नेता खुद को सीएम फेस का दावेदार मान रहे हैं. सतीश पूनिया के प्रदेशाध्यक्ष बनाये जाने के बाद सीएम फेस को लेकर गुटबाजी तेज हो रही है. अक्सर सतीश पूनिया वसुंधरा राजे की गुटबाजी खुलकर सामने आ जाती है. वहीं गजेंद्र सिंह, अर्जुनराम मेघवाल, राजेन्द्र राठौड़ सहित दर्जनों नेता खुद को सीएम फेस मानकर चल रहे हैं.गहलोत के बाद पायलट, या कोई मार जाएगा बाजी?
वहीं, कांग्रेस में अशोक गहलोत के बाद कौन मुख्यमंत्री बनेगा, इस पर घमासान छिड़ा हुआ है. गहलोत कैंप के विधायक नेता बोल रहे हैं कि ये पार्टी हाईकमान तय करेगा, कि राजस्थान का अगला सीएम कौन होगा. तो पायलट गुट ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है. दरअसल, पायलट कैंप को इस बात का भरोसा है कि उनकी मेहनत को देखते हुए पार्टी सचिन पायलट को ही राजस्थान की कमान सौंपने वाली है. अब उनके पास सरकार चलाने का भी अनुभव हो चला है.बहरहाल,अब देखना ये है कि दोनों ही पार्टियों में बाजी किसके हाथ लगती है.