
बीकानेर,आज बड़ी अजीब सी हो गई है राजनीति ,महिलायें ही बची थी उस पर भी खेलने लगे, सभी दलों के नेता ! सत्ता में बैठें नेताओ ने कहा महिलाओं के लिए 33% सीटे आरक्षित करने वाला ‘नारी शक्ति वंदन ,विधेयक पेश किया परंतु जनगणना व परिसीमन के बाद वह लागू होगा ।अब विपक्षी दल ने भी सोचा की अब जब एक ने पुड़िया दी है हम भी उसमें मसाला डाल दे,उन्होंने कहा SC, ST एवं OBC महिलाओं को आरक्षण देने पर भी विचार होना चाहिए।और संसद में बैठे सभी दलों ने इसमें अपनी सहमति दे दी क्योंकि कोई भी आने वाले चुनाव में महिलाओं के वोट गवाना नहीं चाहता !वाह रे नये संसद का पहला दिन !तालाब खोदा नहीं गया और मगरमच्छ पहले ही ले आये ? सभी राज नेताओ को पता होना चाहिए की की अब महिलायें अपनी क़ाबिलियत की वजह से हर क्षेत्र में अपना झंडा फहरा चुकी है जब तक यह बिल पारित होगा जब तक महिलायें अपनी क़ाबिलियत से ही ३३ % संसद व विधान सभा में पहुँच चुकी होगी ।अगर सच में बदलाव करना था तो आवश्यक था की जो भी चुनाव लड़े चाहे पुरुष हो या महिला सभी को स्नातक तक शिक्षा व उसी क्षेत्र का रहने वाला होना चाहिए तभी कोई दल उसे टिकट दे सकता है अन्यथा नहीं 🙏 इसलिए दिखावे के लिए नहीं सच में अपने स्वदेश के विकास के लिए कार्य करे ।संसद का क़ीमती समय बर्बाद न करे 🙏 जय हिन्द जय स्वदेशी पूनम गुप्ता (दीदी श्री ) राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय स्वदेशी कांग्रेस