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बीकानेर,खनन माफियाओं पर शिंकजा कसने के लिये सीएम अशोक गहलोत की सख्त हिदायत के बाद अब बीकानेर पुलिस भी खनन माफियाओं की कुण्डली बनाने में जुट गई है। पुलिस उन तमाम खनन माफियाओं की कुण्डली तैयार कर रही है जो संगठित गिरोह बनाकर अवैध खनन और परिवहन में लिप्त है। इनमें सर्वाधिक तादाद खाजूवाला,दंतौर ,बज्जू,कोलायत और पूगल थाना इलाकों के खनन माफियाओं को चिन्हित किया गया है। खनन माफियाओं पर शिंकजा कसने के लिये जिला पुलिस अधीक्षक योगेश यादव ने खनन प्रभावित इलाकों के थाना प्रभारियों को प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिये है । इसकी भनक लगने के बाद खनन माफियाओं में हड़कंप सा मचा हुआ है। जिले के खाजूवाला,पूगल,दंतौर और बज्जू में सक्रिय खनन माफियाओं में कई ऐसे चेहरे भी शामिल है जिन्हे मंत्रियों और सत्तारूढ़ नेताओं का संरक्षण प्राप्त है । ऐसे में पुलिस इन माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही से बचती रही है। लेकिन इस बार सीएम अशोक गहलोत की ओर से सीधे तौर पर दी गई सख्त हिदायत के बाद पुलिस ने खनन माफियाओं के खिलाफ प्रभावी कार्ययोजना बनाई है। इस कार्य योजना मे तहत अवैध खनन वाले क्षेत्रों में सर्जिकल स्ट्राइक के अंदाज में कार्यवाही की जायेगी । जानकारी में रहे कि बीकानेर में जिप्सम का अकूत भंडार हैं, परन्तु जिप्सम खनन का वैध से दस-पन्द्रह गुणा अवैध कारोबार पनप चुका है। खनन वाले इलाकों में ऐसे कई माफिया पनप गये है जो बड़े पैमान पर अवैध जिप्सम खनन कर सरकार को करोड़ों रुपए का राजस्व नुकसान पहुंचाने के साथ सरकारी भूमि खोखली करने में जुटे है। हैरानी की बात तो अवैध खनन में जुटे माफियाओं ने बॉर्डर इलाके को भी खोखला कर दिया है जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिये बड़ा खतरा साबित हो सकता है। जिले के बज्जू,पूगल,दंतौर, कोलायत, खाजूवाला आदि क्षेत्रों में दिन-रात लाखों टन जिप्सम का अवैध खनन कर बाहर भेजा जा रहा है । इसकी पुख्ता जानकारी होने के बावजूद प्रशासन पुलिस और खनिज विभाग के अफसर हाथ बांधे बैठे है। हैरानी बात तो यह है कि जिप्सम माफियाओं ने अपने खेतों के अलावा सरकारी जमीन से जिप्सम निकाल लिया। नियमानुसार जिप्सम खानों से चार से साढ़े चार मीटर तक खनन किया जा सकता है। स्वीकृत खान मालिक भी मापदंड से अधिक जिप्सम निकाल रहे हैं। जिनके पास खान का पट्टा है वे दूसरे के खेतों से चोरी-छिपे निकाल रहे हैं। जिप्मस की अवैध खुदाई यह पूरा खेल सिस्टम के अफसरों की मिलीभगत से चल रहा है।
-खनिज अभियंता पर कर चुके है हमला
बीकानेर में खनन माफिया सिस्टम के अफसरों में अपना खौफ कायम करने के लिये खनिज अभियंता पर जानलेवा हमला भी कर चुके है। इन माफिया ने दो माह पहले कोलायत थाना इलाके में जिप्मस की खानों का निरीक्षण कर लौट रहे खनिज अभियंता ललित मंगल की गाड़ी रूकवा पर उन पर सरेआम हमला कर दिया और दो गाडियों में सवार होकर आये जिप्सम माफियाओ के गुण्डों ने ना सिर्फ सरेआम वारदात को अंजाम दिया बल्कि इलाके में अपना खौफ कायम करने के लिये घटना का वीडियों भी सोशल मीडिया पर वायरल किया था। इस मामले में पुलिस ने वायल वीडियों में नजर आये खनन माफियाओं के गुण्डों को गिरफ्तार कर उन्हे सलाखों के पीछे तो पहुंचा दिया लेकिन इस घटना के बाद खनिज विभाग के अफसर अवैध जिप्सम खनन वाले इलाकों में जाने से घबराने लगे है।

सीएम लगा चुके है सिस्टम के अफसरों को फटकार
जानकारी में रहे कि सीएम अशोक गहलोत खुद बीकानेर में जिप्सम के अवैध खनन की रोकथाम में नाकाम साबित हो रहे सिस्टम के अफसरों को फटकार लगा चुके है। गत 9 अप्रैल को सीएम गहलोत जब एनएसयूआई के स्थापना दिवस समारोह में शामिल होने बीकानेर आये थे तब उन्होने सर्किट के हाउस के बंद कमरें में प्रशासन और पुलिस के आला अफसरों को सख्त लहजे में हिदायत देते हुए निर्देश दिये थे कि बीकानेर बड़े पैमाने पर हो रहे अवैध खनन की रोकथाम के लिये कड़े कदम उठाये जाये और जिप्मस माफियाओं के लिये कड़ी कार्यवाही कर उन्हे सलाखों के पीछे पहुंचाया जाये। इसके बाद डिविजनल कमिश्नर नीरज के पवन ने जिप्मस माफियाओं की नकेल कसने के लिये एक टॉस्क फोर्स गठित करने के निर्देश दिये। प्रशासन,पुलिस,परिवहन और खनिज विभाग के अफसरों की अगुवाई में गठित यह टॉस्क फोर्स कई दिन तो सक्रिय रही,फिर ठंडी पड़ गई।

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