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बीकानेर.अब शहर में तीसरी ही नहीं,चौथी आंख से भी अपराध और अपराधियों पर निगरानी रखी जा रही है। यह चौथी आंख आसमान में किसी बाज की तरह मंडराते बीकानेर पुलिस के ड्रोन कैमरे की है। अपराध नियंत्रण व निगरानी के लिए तीसरी आंख यानी सीसीटीवी कैमरों पर काफी भरोसा है, लेकिन चौथी आंख ड्रोन कैमरे न केवल निगरानी में उपयोगी साबित होंगे, बल्कि अपराध की वारदात को रोकने में भी मददगार बनेंगे, ऐसी उम्मीद है। फिलहाल सदर, नयाशहर, कोटगेट एवं कोतवाली थाना क्षेत्र के संवेदनशील क्षेत्रों में ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है।

शहर में 13 संवेदनशील क्षेत्र चिन्हित

शहरभर में 13 संवेदनशील व अति-संवेदनशील क्षेत्र चिन्हित किए गए हैं। सदर थाना क्षेत्र का भुट्टों का बास, कुचीलपुरा, कोटगेट थाना क्षेत्र का कसाइयों की बारी, पाबूबारी, धोबीतलाई, कोतवाली थाना क्षेत्र का शीतला गेट, गुलजार बस्ती, नयाशहर थाना क्षेत्र का मुक्ताप्रसाद, रामपुरा बस्ती, खान कॉलोनी, बंगलानगर, सर्वोदय बस्ती, गंगाशहर थाना क्षेत्र की चौधरी कॉलोनी क्षेत्र में ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है। इन क्षेत्रों में कई अपराधियों व उनके गुर्गों ने ठिकाने बना रखे हैं। अपराधियों व उनके ग्रुगों की हरकतों पर निगरानी रखने के लिए यह व्यवस्था की गई है।

पांच जवानों को दिया प्रशिक्षण
पुलिस के पास फिलहाल दो ड्रोन हैं। एक पुलिस अधीक्षक और दूसरा बीकानेर पुलिस रेंज कार्यालय के पास। इन दोनों ड्रोन से निगरानी करने के लिए ड्रोन ऑपरेट करने की स्पेशल टीम प्रशिक्षण दे रही है। हाल ही में जयपुर से एक दक्ष प्रशिक्षकों की टीम बीकानेर आई, जिसने रेंज कार्यालय के पांच कार्मिकों को ड्रोन ऑपरेट करने का प्रशिक्षण दिया है। हेडकांस्टेबल विमलेश बिजारणिया, ड्रोन एक्सपर्ट सुनील कुमार, कांस्टेबल गंगाराम, बाबूलाल, रविन्द्र को भी प्रशिक्षित किया गया है।

इसलिए पड़ रही जरूरत

पुलिस सूत्रों की मानें, तो आगामी दिनों में राष्ट्रपति का बीकानेर दौरा, एनएसजी अधिकारियों का दौरा सहित अन्य वीआईपी लोगों की विजिट के मद्देनजर पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया है। बीकानेर रेंज पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश और पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने सभी थानाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में विशेष निगरानी रखने और गश्त बढ़ाने की हिदायत दी है।

इनका कहना है…
रूफटॉप की चेकिंग ड्रोन कैमरे से आसानी से की जा सकती है। अपराधियों को दबोचने एवं आपराधिक गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए ड्रोन मददगार साबित हो सकते हैं। कई बार पुलिस की गश्त के दौरान अपराधी दूर से सतर्क हो जाते हैं और मौके से भाग जाते हैं, जबकि ड्रोन कैमरे से अपराधियों की स्पॉट की सही लोकेशन मिलती है, जिससे उनकी धरपकड़ की जा सकती है। ड्रोन वीआईपी मूवमेंट के अलावा यातायात समस्या के साथ-साथ कई तरह के अपराधों पर नियंत्रण रखने में मददगार साबित होगा।

ओमप्रकाश, पुलिस महानिरीक्षक बीकानेर रेंज

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