बीकानेर,नकली नोट बनाने और सप्लाई करने वाले गिरोह के मुख्य सप्लायर को पुलिस करनाल से पकड़ कर बीकानेर ले आई है। नकल गिरोह के सदस्यों से पूछताछ करने के लिए जयपुर से स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पवन कुमार मीणा व पुलिस निरीक्षक विजय राय के नेतृत्व में चार सदस्यीय एक टीम बीकानेर आई है।
पुलिस अधीक्षक योगेश यादव ने बताया कि लूणकरनसर निवासी दीपक पुत्र सोहनलाल मोची को पुलिस टीम करनाल से पकड़कर बीकानेर ले आई है, जिसे मंगलवार को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। वहीं दूसरी ओर चम्पालाल शर्मा उर्फ नवीन सारस्वत, रविकांत जाखड़, नरेन्द्र शर्मा, मालचंद शर्मा, पूनमचंद शर्मा, राकेश शर्मा को सोमवार को सभी का मेडिकल कराया गया। बाद में न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें दस दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। जांच अधिकारी डीवाईएसपी नरेन्द्र पूनिया ने बताया कि रिमांड के दौरान आरोपियों से मुख्य सरगना के साथ-साथ कागज, स्याही व रुपए किसको सप्लाई कर रहे थे इस बारे में पूछताछ की जाएगी। पहले दिन एसओजी ने करीब ढाई घंटे लगातार एक-एक आरोपियों से अलग-अलग पूछताछ की। एसओजी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पवन कुमार मीणा ने बताया कि नकली नोट प्रकरण में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ करने आए हैं। अब तक की पूछताछ में हवाला कारोबोरियों को ठगने की जानकारी मिली है। गिरोह के संपर्क किस लेवल पर यह भी पता कर रहे हैं।
यह है मामला
लूणकरनसर थाने में पदस्थापित कांस्टेबल सचित्रवीर गोदारा की सूचना आईजी कार्यालय में पद स्थापित डीवाईएसपी नरेन्द्र पूनिया, हेडकांस्टेबल नानूराम गोदारा, कांस्टेबल संदीप कुमार जांदू व रामप्रताप सायच ने नकली नोट छापने के गिरोह की जानकारी जुटाई। यह ऑपरेशन बीकानेर रेंज पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश की देखरेख में चला। पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई कर गिरोह के युवकों को पकड़ा। उनके कब्जे से दो करोड़ 74 लाख रुपए के नकली नोट, नोट छापने वाली मशीन, स्याही, प्रिंटर, कटर मशीन, कागज व पनी, आरबीआई बैंक की पर्चियां आदि बरामद की। वहीं बीकानेर पुलिस की सूचना पर दिल्ली से भागे लूणकरनसर निवासी दीपक मोची को करनाल पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान पकड़ा।