बीकानेर,नोखा थाना क्षेत्र में सप्ताहभर पहले फायरिंग के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस जांच में पता चला है कि युवक चेतन तेजी पर कोई जानलेवा हमला नहीं हुआ था। उसने खुद अपने दोस्त मनीष भाटी से पिस्तौल मंगवाई थी और टेस्टिंग के दौरान उसे गोली लगी थी। पुलिस ने आरोपी मनीष भाटी को गिरफ्तार किया है।आरोपी मनीष भाटी को पूर्व में दिल्ली पुलिस ने भी 15 अवैध पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया था। आरोपी तिहाड जेल भी रहा हुवा है।
एएसपी ग्रामीण प्यारे लाल सिवरान ने बताया की 6 सितंबर को चेतन तेजी ने पुलिस में मामला दर्ज करवाया था की कुछ लोगो ने उस पर जानलेवा हमला किया है जिससे उसके पेट में गोली लग गई। घटना के बाद से पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू की मौका-मुआयना व आस पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो पता चला कि जानलेवा हमले जैसी कोई बात सामने नहीं आई। चेतनराम तेजी से ही सख्ती से पूछताछ की, तो पूरा माजरा समझ में आ गया। जांच में पता चला कि चेतन तेजी का दोस्त मनीष भाटी जोधपुर से उसके पास अवैध पिस्तौल लेकर आया था। वह दोनों पिस्तौल को टेस्ट कर रहे थे। तभी अचानक गोली चल गई। गोली चेतन तेजी के पेट में जा लगी, जिससे वह गंभीर घायल हो गया। घायल चेतन तेजी सदर थाने का हिस्ट्रीसीटर है जिसके विरुद्ध कुल 6 मामले दर्ज है फ़िलहाल पुलिस ने आरोपी मनीष भाटी को गिरफ्तार कर मामला दर्ज कर लिया है और आगे अनुसंधान किया जा रहा है। मामले का खुलासा करने में नोखा सीओ, थानाधिकारी ,डीएसटी व् साइबर सैल की प्रमुख भूमिका रही है।