बीकानेर,नयाशहर थाना क्षेत्र में करीब एक साल पहले हुई 90 लाख की चोरी की वारदात को पारदी गैंग ने बड़ी सफाई से अंजाम दिया था। पारदी गैंग के लोग वारदात को अंजाम देने से पहले यहां नाल थाना क्षेत्र के कोडमदेसर मेले में आकर रुके हुए थे। बाद में उन्होंने रैकी कर चोरी की बड़ी वारदात को अंजाम दे दिया। अब नाल थाना क्षेत्र में जेठा-भुट्टा पीर का मेला भरा जा रहा है। मेले में एमपी-गुजरात व बिहार सहित अन्य जगहों से गुब्बारे, खिलौने बेचने वाले व झूले आदि के जरिए रोजगार की तलाश में लोग आते हैं। इन्हीं की आड़ में आपराधिक तत्व भी आते हैं। मेले के दौरान और बाद में यही लोग फेरीवाले आदि का रूप लेकर रैकी करते हैं। पुलिस नयाशहर वाली घटना से सबक लेते हुए इन पर पैनी नजर रखे हुए है।
सुरक्षा बंदोबस्त कड़े, जवान तैनात
जेठा भुट्टा पीर मेले में सुरक्षा व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 85 पुलिस जवानों-महिला को तैनात किया गया है। दो मोबाइल गाडि़यां गश्त पर हैं। दो स्थानों पर फिक्स पिकेट लगाई गई है। मेले में आने वाले वाहनों की गति, शराब पीकर वाहन चलाने व तीन सवारी वाहनों पर विशेष रूप से निगरानी रखी जा रही है।
मेले-मगरियों में आने वाले लोग करते हैं वारदात
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मेले-मगरियों में बाहरी राज्यों से आने वाले लोग खिलौने, बर्तन व अन्य सामान गली-मोहल्लों में तूम-घूम कर बेचते हैं। इस दौरान यह बंद घरों व दुकानों की रैकी भी करते हैं। इतना ही नहीं, यह ऐसे मकानों को चिन्हित कर लेते हैं, जिनमें वृद्ध दंपती अकेले रहते हैं। बाद में मौका पाकर वारदात को अंजाम दे डालते हैं। इसलिए मेले-मगरियों में बाहर से आने वाले लोगों पर पुलिस निगाह रख रही है। उनसे पूछताछ करके उनकी पहचान की तस्दीक भी कर रही है।
इनका कहना है…
नयाशहर में पारदी गैंग ने बड़ी चोरी की थी। जेठा-भुट्टा पीर मेले में भी एमपी, गुजरात, महाराष्ट्र् बिहार व अन्य जगहों से आकर लोगों ने दुकानें लगाई है। करीब सात-आठ लोगों को थाने लाकर संबंधित पुलिस थाने से तस्दीक की गई है। एहतियात के तौर पर मेले में बाहर से आए लोगों पर निगरानी बढ़ाई गई है। विक्रमसिंह, सीआइ नाल