बीकानेर,गंगाशहर निवासी 101 वर्षीय जशोदा देवी भंसाली का चेन लूटने के मामले में पुलिस आरोपी का जुलूस निकालने के बावजूद अभी तक आरोपी से चैन बरामद नहीं कर पाई।पुलिस ने मामले में भोमियाजी थान के पास, चांदमलजी बाग, गंगाशहर निवासी 21 वर्षीय भूपेंद्र उर्फ अनु को 29 नवंबर को गिरफ्तार कर 2 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया था। जिसे शनिवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगी जिस पर पुलिस को रविवार तक रिमांड जारी की। रिमांड के दौरान पुलिस ने आरोपी से चैन बरामद करने बाबत पूछताछ की। पुलिस की तफ्तीश के अनुसार आरोपी ने चैन किसी ज्ञाना भार्गव नामक व्यक्ति को देना बताया मगर रिमांड की अवधि समाप्त होने तक पुलिस आरोपी की निशानदेही से ज्ञाना भार्गव का पता नहीं लगा पाई और ना ही ज्ञाना भार्गव से 101 वर्षीय वृद्ध महिला की चैन बरामद कर पाई। आरोपी से मात्र उसकी मोटरसाइकिल चांदमल बाग से बरामद की गई है जो भी आरोपी की है। पुलिस ने आरोपी भूपेंद्र के विरुद्ध अनुसंधान पूरा कर रविवार की शाम को जेल भिजवा दिया। जेल से आरोपी भूपेंद्र ने एडवोकेट अनिल सोनी के मार्फत जिला न्यायधीश के समकक्ष धारा 483 भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के तहत मंगलवार को अपनी जमानत याचिका दायर की जिसे आज स्वीकार कर आरोपी को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया।
मामले के अनुसार आरोपी ने अपने साथी के साथ मिलकर 14 नवंबर की शाम को वारदात की। जशोदा देवी भंसाली घर के आगे मंजन कर रही थी। तभी आरोपियों ने वृद्धा के गले से सोने की चेन झपटी और फरार हो गए। अब देखना हे कि गंगाशहर पुलिस 101 वर्षीय माता जी को सोने की चैन वापस कब पहनाती हैं। हालांकि पुलिस ने आरोपी को घटना के 15 दिन बाद गिरफ्तार करके लगातार हो रही चोरी छीना झपटी की घटनाओं के बीच अपनी साख जरूर बनाई है मगर पीड़ित को वास्तविक न्याय तभी मिल पाएगा जब उसको सम्पूर्ण माल बरामद होकर मिले। अमूमन यही देखा जाता है कि चोर पकड़े जाते हैं मगर सोने जैसा कीमती माल बरामद नाम मात्र का होता है।