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बीकानेर,रामेश्वर विश्नोई की हत्या के मामले में 22 माह से फरार सुपारी किलर सोनू गुर्जर उर्फ सोनू सिंह को नोखा पुलिस ने धर दबोचा है। कोट पुलिस थाना गढ़ीबाजला, भरतपुर निवासी सोनू गुर्जर उर्फ सोहन पुत्र भगवान सिंह हत्याकांड के बाद से ही फरार चल रहा था। पुलिस ने उस पर पांच हजार रुपए का ईनाम घोषित कर रखा था।

पुलिस के अनुसार हिम्मटसर, नोखा निवासी मृतक रामेश्वर विश्नोई की बहन गीता की शादी कंवलीसर नागौर निवासी ओमप्रकाश पुत्र जीवराज विश्नोई से हुई थी। ओमप्रकाश मानसिक रूप से विक्षिप्त था, इस वजह से गीता ससुराल नहीं जा रही थी। इस हेतु वार्ता भी हुई मगर बात नहीं बनीं।ससुराल वाले गीता को जबरदस्ती ससुराल ले जाना चाहते थे। मुख्य आरोपी सुनील विश्नोई को हत्याकांड से कुछ समय पहले गीता की शादी दूसरी जगह की जाने की बात पता चली। इसी संदेह में 9-10 मई 2022 की रात करीब तीन बजे योजनाबद्ध तरीके से अपनी ढ़ाणी में सो रहे गीता के भाई रामेश्वर की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार सुनील अपने पिता, भाई रामसिंह, अपने दोस्त विरेन्द्र गुर्जर व अन्य साथियों के साथ रामेश्वर के खेत में काम करने आया। काम करने बाद ढ़ाणी में सोने चले गए। यहां उन्होंने रैकी कर ली थी। वापिस रात तीन साढ़े तीन बजे हथियारों से लैस होकर आए और रामेश्वर की हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए।

पुलिस के अनुसार सोनू गुर्जर व उसके दो अन्य दोस्तों ने सुनील विश्नोई से रामेश्वर की हत्या करने की सुपारी ली थी। सुपारी 6 लाख रुपए में ली गई थी।

पुलिस ने कंवलीसर नागौर निवासी 26 वर्षीय सुनील विश्नोई पुत्र शिवनारायण, कंवलीसर निवासी 22 वर्षीय रामसिंह पुत्र शिवनारायण, हिम्मटसर निवासी 22 वर्षीय कैलाश पुत्र स्व राजाराम विश्नोई, हिम्मटसर निवासी 19 वर्षीय रामदिलीप पुत्र स्व राजाराम विश्नोई, कंवलीसर निवासी शिवनारायण पुत्र कोजाराम विश्नोई, कोट, गढ़ीबाजना, भरतपुर निवासी 27 वर्षीय विरेन्द्र गुर्जर पुत्र हरी सिंह, सुखा सीला बंध बारेठा, पुलिस थाना रूदावल, भरतपुर निवासी 24 वर्षीय राहुल शर्मा उर्फ मोहित पंडित पुत्र मोहनलाल शर्मा को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। सोनू गुर्जर तब से ही फरार था।

आईजी ओमप्रकाश पासवान व एसपी तेजस्वनी गौतम के निर्देशन, एएसपी प्यारेलाल शिवराण व सीओ नोखा हिमांशु शर्मा के सुपरविजन में नोखा थानाधिकारी प्रशिक्षु आईपीएस आदित्य काकड़े के नेतृत्व वाली कांस्टेबल गणेश गुर्जर व कांस्टेबल मूलाराम की टीम ने आरोपी को तलाश कर गिरफ्तार किया। कांस्टेबल गणेश गुर्जर 1214 की विशेष भूमिका रही।

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