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बीकानेर,कोतवाली थाने के पास स्थित जालपा मार्केट की एक दुकान से 17 लाख का सोना चुराने वाले नये नये चोर को पुलिस ने खोज निकाला है। आरोपी की पहचान मदीना मस्जिद के पीछे, मोहल्ला भिश्तियान, कोतवाली थाना क्षेत्र निवासी 19 वर्षीय समीर मलिक पुत्र साबिर मलिक के रूप में हुई है। थानाधिकारी जसवीर कुमार ने बताया कि पश्चिम बंगाल हाल बीकानेर निवासी स्वरूप अदक की जालपा मार्केट के दूसरे फ्लोर में दुकान है। परिवादी ने बताया कि वह सोने चांदी की घड़ाई का काम करता है। परिवादी ने बताया कि 17 मई को वह और उसके कारीगर दिनभर काम कर रहे थे। रात को वह घर चले गए। सुबह 10 बजे आए तो दुकान के ताले टूटे मिले। दुकान से 175 ग्राम सोना गायब था।

पुलिस के अनुसार थानाधिकारी के नेतृत्व में एएसआई बाबूलाल मय टीम ने तहकीकात शुरू की। सीसीटीवी फुटेज में एक दुबला पतला लड़का ताले काटते हुए दिखा। लेकिन आरोपी ने नकाब बांध रखा था, इस वजह से चेहरा नहीं दिख रहा। दुकान मालिक के संदेह पर समीर को राउंड अप किया गया। समीर का इस दुकान में आना जाना था। वह भी घड़ाई का काम सीख रहा है। आरोपी दो दिनों तक पुलिस के साथ घूमता रहा। वह पुलिस को कहता कि उसका ऐसी किसी घटना से कोई लेना देना नहीं है। वह पुलिस से बचने के लिए पुलिस को सहयोग करने का दिखावा कर रहा था।

कटर ने बताया चोर का पता : पुलिस के अनुसार ताले किसी धारदार हथियार से काटे गए थे। पुलिस ने कोतवाली के पास ही ऐसे कटर आदि बेचने वालों से पूछताछ की तो पता चला कि 17 मई को एक दुबला पतला युवक कटर लेकर गया था। दुकानदार उसकी पहचान समीर के रूप में की। इस पर पुलिस ने समीर को गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल कटर भी बरामद कर लिया गया। पुलिस ने आरोपी समीर से 17 लाख रुपए का माल भी बरामद कर लिया है।

बताया जा रहा है कि आरोपी समीर ने पहली बार ही चोरी की है। पहली बार में इतनी बड़ी वारदात कर डाली। चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी ने 17 मई की रात 12:24 बजे ही चोरी की वारदात को अंजाम दे डाला।

-एएसआई बाबूलाल, कांस्टेबल हंसराज 1575 व कांस्टेबल राकेश 587 की रही विशेष भूमिका: आईजी ओमप्रकाश पासवान व एसपी कावेंद्र सिंह सागर के निर्देशन, एएसपी सिटी सौरभ तिवाड़ी व सीओ श्रवण दास संत के सुपरविजन व थानाधिकारी जसवीर कुमार के नेतृत्व में बनाई गई एएसआई बाबूलाल मय टीम में हैड कांस्टेबल संतपाल, कांस्टेबल राकेश, राजेश, महेंद्र, शिवराज, भागीरथ व हंसराज शामिल थे। चोरी की इस गंभीर वारदात का खुलासा करने में एएसआई बाबूलाल, कांस्टेबल हंसराज व राकेश ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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