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बीकानेर,प्रज्ञालय संस्थान अपने साहित्यिक एवं सृजनात्मक नवाचारों की श्रृंखला मे वर्तमान में नगर ही नहीं प्रदेश में पहली बार नव प्रयोग करते हुए प्रकृति पर केन्द्रित 12 मासिक कड़ियों के माध्यम से हिन्दी, उर्दू एवं राजस्थानी की नई रचनाओं का वाचन का कार्यक्रम ‘काव्य रंगत-शब्द संगत’ कराया जा रहा है।
राजस्थानी के वरिष्ठ साहित्यकार एवं कार्यक्रम के संयोजक कमल रंगा ने बताया कि इस माह की दसवीं कड़ी मे ‘हवा’ पर केन्द्रित नई रचनाओं का वाचन आगामी 27 फरवरी, 2025 गुरूवार को सांय 5ः30 बजे नत्थूसर गेट बाहर स्थित लक्ष्मीनारायण रंगा सृजन सदन में आयोजित होगा।
संस्था के प्रतिनिधि वरिष्ठ शिक्षाविद् राजेश रंगा ने बताया कि इससे पूर्व धरती, आसमान, बरसात, पेड़, समुद्र, नदी, पहाड़, चन्द्रमा, सूरज पर केन्द्रित तीनों भाषाओं की नव रचनाओं की शानदार प्रस्तुतियां हो चुकी है। इस बार की कड़ी प्रकृति के महत्वपूर्ण उपक्रम ‘हवा’ पर केन्द्रित होगी।
रंगा ने आगे बताया कि 12 कड़ियां पूर्ण होने पर जो कवि शायर कम से कम आठ बार अपनी सहभागिता निभाएंगे। उनकी रचनाओं का चयन उपरांत पुस्तक आकार में प्रकाशित करने की योजना है।