नई दिल्ली..रूस और यूक्रेन के बीच पांचवें दिन भी जंग जारी है। इस जंग पर भारत समेत पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं। यूक्रेन में फंसे भारतीयों को लाने के लिए भारत सरकार की ओर से लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। इस बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन संकट को लेकर सोमवार को एक हाई लेवल बैठक बुलाई। बैठक में भारतीयों को वापस लाने के लिए जरूरी रणनीति पर चर्चा की जा रही है। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजानाथ सिंह, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह समेत तमाम बड़े नेता मौजूद हैं। यही नहीं यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वतन वापसी के लिए चार केंद्रीय मंत्रियों को भी यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजा जा रहा है।
ये चार मंत्री जाएं यूक्रेन के पड़ोसी देश
यूक्रेन में फंसी भारतीय छात्रों को वापस लाने के लिए अब चार केंद्रीय मंत्रियों को भी भेजा जा रहा है। इनमें केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और पूर्व थलसेना अध्यक्ष वीके सिंह प्रमुख रूप से शामिल हैं।
क्या बोले पीएम मोदी?
यूक्रेन संकट के बीच लगातार दूसरे दिन पीएम मोदी ने आपात बैठक बुलाई। इस बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि हमारे छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और उन्हें यूक्रेन से निकालना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। दो घंटे से ज्यादा वक्त तक चली इस बैठक में तमाम बड़े नेता मौजूद रहे। पीएम मोदी ने कहा कि, भारतीयों यूक्रेन से निकासी में तेजी लाने के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों के साथ सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की गई।
पीएम मोदी ने कहा कि, चार केंद्रीय मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजा जा रहा है ताकि, भारतीय नागरिकों को हो रही दिक्कतों को ऑन द स्पॉट दूर किया जा सके। बैठक के दौरान जमीनी हालात की समीक्षा भी की गई। इससे पहले यूक्रेन से 249 भारतीयों को लेकर पांचवी फ्लाइट दिल्ली पहुंची। बता दें कि भारतीयों को लेकर यह फ्लाइट रोमानिया से दिल्ली के लिए रविवार रात रवाना हुई थी। जब फ्लाइट दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंची तो अपनों से मिलकर परिजन भावुक हो गए। उन्होंने फूलमाला और गुलदस्तों से अपनों का स्वागत किया।