नई दिल्ली। देश में कोरोना की तीसरी लहर कहर बरपा रही है। तेजी से बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अफसरों की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। क्करू शाम 4.30 बजे इस हाई लेवल मीटिंग में देश में कोरोना के हालात की समीक्षा करेंगे। वे तीसरी लहर को लेकर तैयारियों का जायजा भी लेंगे। देश में पॉजिटिविटी रेट 10 से ऊपर निकल चुका है। ऐसे में मोदी संक्रमण थामने के लिए लॉकडाउन जैसे सख्त कदम उठाने के निर्देश दे सकते हैं।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी 22 दिसंबर और 26 नवंबर को कोरोना के हालात की समीक्षा कर चुके हैं। दोनों ही मीटिंग में क्करू ने टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट पर जोर दिया था। उन्होंने दवाइयों और ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर भी निर्देश दिए थे।
22 दिसंबर: दवा-ऑक्सीजन का स्टॉक मेंटेन करने को कहा
पीएम मोदी ने 22 दिसंबर को देश में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर अफसरों के साथ हाई लेवल रिव्यू मीटिंग की थी। करीब एक घंटे चली इस मीटिंग में हेल्थ मिनिस्ट्री समेत कई विभागों के अफसर शामिल हुए थे। प्रधानमंत्री ने हालात की जानकारी लेने के साथ सरकार की तैयारियों का जायजा लिया था। पीएम ने अफसरों को दवाई और ऑक्सीजन का स्टॉक बढ़ाने के निर्देश भी दिए थे। साथ ही टेस्टिंग और ट्रेसिंग बढ़ाकर हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर बेहतर करने पर भी जोर दिया था।
इस मीटिंग में पीएम ने रिमोट एरिया में वैक्सीन और दवा की सप्लाई के लिए टूल्स का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने को कहा था। मोदी ने अफसरों से कहा था कि राज्यों के लिए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि ऑक्सीजन सप्लाई इक्विपमेंट्स पूरी तरह काम कर रहे हों। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।