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बीकानेर,आगे बाराती, पीछे बैंडबाजा, आये दुल्हे राजा गौरी खोल दरवाजा.., आए हम बाराती, बारात लेके, जाएंगे तुझे भी अपने साथ लेके…, लो चली में, अपने देवर की बारात लेकर…, सहित ऐसे दर्जनों गानों की धुन पर थिरकते बारातियों की टोली रह-रह कर शिव वैली स्थित ज्योतिबा फूले भवन में पहुंची तो हजारों हाथ  उनके स्वागत में पुष्पवर्षा करते और अभिवादन में जुड़े खड़े थे। सभी एक दूसरे को मिलकर विवाह की बधाईयां दे रहे थे और गले मिल अपनी खुशियों का इजहार करते दिखाई दिए। वर-वधु के विवाह की तमाम औपचारिकताएं  स्वागत से वरमाला और फेरों तथा विदाई तक सभी एक ही छत के नीचे संपन्न हुई ।  अवसर था  पीपा क्षत्रिय समाज की ओर से आयोजित किए गए छठे सामूहिक विवाह सम्मेलन-2022 का,  जो कार्तिक सुदी ग्यारस, शुक्रवार 4 नवंबर को शिव वैली स्थित ज्योतिबा फूले भवन में आयोजित हुआ। जहां सामूहिक विवाह की सभी औपचारिकताएं एक ही स्थान पर बगैर किसी दिखावे के, सभी समाज बंधुओं को साथ लेकर की गई। विवाह समिति एवं ट्रस्ट के अध्यक्ष भंवरलाल बडग़ुजर ने बताया कि युवाओं की टीम अल सुबह से ही व्यवस्थाओं में जुट गई। विवाह संबंधी तैयारी से लेकर चाय-पानी और भोजन तथा टैंट व परिवहन सहित अन्य व्यवस्थाओं में समाज के बंधुओं ने कंधे से कंधा मिलाकर योगदान दिया।  समिति के कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों सहित संपूर्ण पीपा क्षत्रिय समाज में उत्साह का माहौल रहा।  इससे आयोजन सुचारू रूप से संपन्न हो सका, एवं कहीं पर भी अव्यवस्था नहीं हुई। वर एवं वधु पक्ष के लोगों ने एक दूसरे का सहयोग करते हुए सामूहिक विवाह के इस पुनित कार्य को सफल बनाकर समाज को आडम्बर  सहित होने वाले समारोह से दूर रहकर ऐसे आयोजन किए जाने का संदेश दिया।  वहीं दूसरी ओर समाज के संपन्न वर्ग ने मुक्त कंठ से आयोजन की प्रशंषा करते हुए अपनी ओर से यथासंभव अर्थ राशि देकर आयोजन को  सफल बनाने में महत्ती भूमिका निभाई।
तुलसीजी सालीग्रामजी सहित 13 जोड़ें बने हमसफर
उपाध्यक्ष रामराज टाक ने बताया कि पीपा क्षत्रिय समाज का यह छठा सामूूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित हुआ। इसमें तुलसीजी एवं शालिग्रामजी सहित कुल 13 जोड़े वैवाहिक बंधन में बंधें।
गणमान्यजनों ने दिया आशीर्वाद
वैवाहिक कार्यक्रम में पीपा क्षत्रिय समाज से रतलाम से बलवीर सिंह राठौड़, उदयपुर से मनोहर गोयल, नरेश पंवार,  चौखला बागड़ से  शांतिलाल चौहान,  मुंबई से  सोहनलाल परमार,  इन्दौर से रूपराज गोयल, जोधपुर से नरेन्द्र दैया, बाड़मेर से औंकारसिंह चावड़ा, जयपुर से ओमप्रकाश सोलंकी, दीपक टाक, सूरत ओम गोयल, अहमदाबाद से भीमराज पंवार, कोलकाता से देवेन्द्र दैया, सहित ब्रज गोपाल दैया, लीलाधर गोयल, के सी दहिया, लूणाराम टाक, महेन्द्र गोयल, देवेन्द्र दैया, राजकुमार कच्छावा, ओम दैया सहित गणमान्यजनों में कन्हैयालाल झंवर, विजयमोहन जोशी, मिलन गहलोत आदि ने वर-वधु को आशीर्वाद देकर उनके वैवाहिक जीवन के सफल, सुखद एवं मंगलमय होने की कामना की। इस अवसर पर बाहर से पधारे एवं शहर के गणमान्यजनों का पीपा क्षत्रिय सामूहिक विवाह समिति, श्री पीपा क्षत्रिय ट्रस्ट एवं पीपा क्षत्रिय समाज की ओर से स्मृति चिन्ह देकर, साफा पहनाकर स्वागत एवं सम्मान किया गया।
यह बंधे परिणय सूत्र में
श्री शालिग्राम जी एवं तुलसी जी, अमितकुमार चौहान (बीकानेर) संग मैना पंवार(सुजानगढ़), लाखनसिंह पंवार (सुजानगढ़) संग कुसुम चौहान (बीकानेर) , विनय दहिया (जयपुर) संग आस्ता टाक (सरदारशहर), डूंगरमल पडि़हार (नागौर)संग, उर्मिला सोलंकी (नौखा),पुखराज दैया(नोखा) संग जुगल सोलंकी (नोखा), लक्ष्मण चावड़ा (जोधपुर) संग ज्योति गोयल (नागौर), संदीप चौहान (नोखा) संग मैना गोयल (नागौर), नवरतन गोयल (नागौर) संग रेखा चौहान (नोखा), कालूराम दैया (हिंसार) संग कोमल सोलंकी (बीकानेर), नितिन प्रकाश टाक (महाराष्ट्र) संग गरिमा सोलंकी (बीकानेर),पूनमचन्द दैया (बज्जू खालसा) संग काजल सोलंकी (खाजूवाला), लालचन्द बडग़ुजर (गुड़ा, कोलायत) संग अन्नु कच्छावा (रावलामंडी, श्रीगंगानगर) परिणय सूत्र में बंधे।
वैवाहिक व्यवस्थाओं को लेकर समिति के अध्यक्ष भंवरलाल बडग़ुजर, सचिव राजकुमार कच्छावा, रामदेव दैया, रामराज टाक, जसवंत दैया, लीलाधर गोयल, शिवदयाल सिंह तंवर, राजेन्द्र बडग़ुजर, भंवरलाल दैया, धनराज कच्छावा, भीमराज बडग़ुजर, राजेन्द्र बडग़ुजर-मयूर, बाबूलाल सोलंकी, कैलाश बडग़ुजर, भीमसेन टाक, कन्हैयालाल तंवर, राजेन्द्र सोलंकी, करनीदान कच्छावा,पुखराज तंवर, पूनमचंद कच्छावा,महेन्द्र टाक, रामलाल चौहान, किशोरसिंह सोलंकी, मोहनसिंह कच्छावा, कमल सोलंकी, सीताराम कच्छावा आदि ने मिलजुल कर आयोजन को सफल बनाने में महत्ती भूमिका निभाई।

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