बीकानेर, टी.बी. एवं श्वसन रोग विभाग के रोगियों के लिए पृृथक से दवा वितरण केन्द्र खोलने के शिक्षा मंत्री डा.बुलाकी के आदेश को नहीं मानते हुए पी.बी.एम. प्रशासन अपनी हठधर्मिता से सैकड़ों रोगियों को परेशान कर रहा है। करीब ढाई साल से टी.बी.एवं श्वसन विभाग का दवा केन्द यूरोलाॅजी विभाग परिसर में चल रहा है।
पी.बी.एम.अस्पताल में सर्वाधिक रोगियों की संख्या टी.बी.एवं श्वसन विभाग की रहती है। करोना काल के बाद अस्थमा व श्वसन रोगियों की संख्या में भी वृृद्धि हुई है। टी.बी.एवं श्वसन विभाग में औसतन प्रतिदिन एक रोगी की मृृत्यु होती है। भर्ती रोगियों के लिए टी.बी.अस्पताल का ढांचा भी पुराना व दयनीय है। नए आउट डोर के बनने व बीकानेर बाॅयज स्कूल की ओर से एक वार्ड के नए बनाने से रोगियों को थोड़ी राहत मिली है।
टी.बी.एवं श्वसन रोग रोगियों को सर्वाधिक परेशानी मुख्यमंत्री की महत्वकांक्षी योजना निःशुल्क दवा योजना प्राप्त करने में होती है। रोगियों व उनके सहयोगियों को अस्पताल से दूर यूरोलाॅजी विभाग में दोपहर दो बजे तक व उसके बाद हृृदय अस्पताल से दवाई लाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। अस्थमा के रोगियों को तत्काल राहत दिलाने के लिए नेम्बूलाइज करना पड़ता है तथा तत्काल दवाई देनी पड़ती है। नेम्बूलाइज करने की व अन्य दवा लाने में करीब आधा से एक घंटें का समय लगने से रोगी को शारीरिक व मानसिक पीड़ा झेलनी पड़ती है।
टी.बी.एवं श्वसन रोगियों को दवा वितरण में होने वाली परेशानी के संबंध में सामाजिक कार्यकर्ताओं व जागरूक लोगों ने शिक्षा मंत्री डाॅ.बुलाकी दास कल्ला को अवगत करवाया। डाॅ.कल्ला ने इस जन समस्या के निराकरण के लिए पी.बी.एम.प्रशासन को तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए, लेकिन पी.बी.एम. प्रशासन कल्ला के आदेश ही नहीं इस जन समस्या को अनदेखी कर सरकार की महत्वाकांक्षी निःशुल्क दवा वितरण योजना धत्ता बताने में लगा है।