बीकानेर,राजस्थान अधीनस्थ कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा चयनित राजस्व और उपनिवेशन पटवारियों का प्रशिक्षण सोमवार से किसान घर स्थित अस्थाई पटवार प्रशिक्षण शाला में शुरू हुआ।
इस अवसर पर संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन ने कहा कि पटवारी सरकार की राजस्व और उपनिवेशन व्यवस्था की अहम कड़ी है। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य नवचयनित अभ्यर्थियों को व्यवस्था और कार्यप्रणाली से परिचित करवाना है, जिससे वे बेहतर परिणाम दे सकें। उन्होंने कहा कि नव चयनित पटवारी प्रशिक्षण की गंभीरता को समझें और इस दौरान अधिक से अधिक सीखें।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि प्रशिक्षणार्थी बारीकी से राजस्व नियमों, कानूनों और अधिनियमों की जानकारी लें। पटवारी के अधिकार क्षेत्र के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि भूमि के स्वामित्व के रिकॉर्ड को बनाए रखने के लिए पटवारी जिम्मेदार होता है। कृषि भूमि का दौरा करना और स्वामित्व और टाइलिंग का रिकॉर्ड रखते हुए पटवारी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने में भी मददगार है। फील्ड प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थी राजस्व के कर्तव्यनिष्ठ होकर कार्य प्रणाली को समझें।
जिला कलक्टर ने कहा कि वर्तमान तकनीकी युग प्रशिक्षणार्थी तकनीक का उपयोग कर राजस्व कार्यों को तेजी और पारदर्शिता के साथ संपादित करना सीखें।
अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) ओमप्रकाश ने बताया कि इस प्रशिक्षण में कुल 245 पटवारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इनमें से 130 राजस्व विभाग के तथा 115 आयुक्त उपनिवेशन विभाग के पटवारी सम्मिलित हैं। छह माह की ट्रेनिंग के दौरान 12 सप्ताह की सैद्धांतिक क्लास रूम ट्रेनिंग दी जाएगी जबकि 7 सप्ताह की फील्ड ट्रेनिंग दी जाएगी। इस दौरान राजस्व रिकॉर्ड का संधारण, राजस्व रिकॉर्ड की नकलें तैयार करना, मौके पर कृषि भूमि का पहचान चिह्न के आधार पर सीमांकन करना, खसरा नंबर की जमीन की सीमाएं , जाति मूल प्रमाण पत्रों पर रिपोर्ट सहित अन्य संबंधित कार्यों का प्रशिक्षण दिया जाएगा।प्रशिक्षु पटवारियों को स्वच्छता अभियान के तहत प्रतिदिन एक घंटा श्रमदान करने का संकल्प दिलाया गया।
पटवार प्रशिक्षण शाला के प्रधानाचार्य मोहम्मद इम्तियाज ने आभार व्यक्त किया ।
इस अवसर पर एसीसी कन्हैयालाल सोनगरा, तहसीलदार बिहारी लाल आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन संजय पुरोहित ने किया।