बीकानेर,जैन श्वेताम्बर खरतरगरगच्छ संघ के श्रावक-श्राविकाओं का देव, गुरु व धर्म की साधना आराधना व भक्ति, तपस्या का आठ दिवसीय आध्यात्मिक पर्युषण पर्व रविवार को जैन धर्मग्रंथ कल्पसूत्र के मूल पाठ के श्रवण, लगातार चार घंटें सामूहिक संवत्सरि प्रतिक्रमण, विभिन्न तपस्याओं के बाद संपन्न हुआ। अनेक श्रावक-श्राविकाओं ने सामयिक की साधना की तथा दिन भर उपासरों में रहकर साधु-साध्वी सा जीवन निर्वहन किया तथा विभिन्न धार्मिक क्रियाएं की। एक दूसरे ने जाने अन्जाने में हुए गलती, भूल से क्षमायाचना की।
रांगड़ी चौक के बड़ा उपासरा में जैनाचार्य, श्रीपूज्यजी ने कल्पसूत्र के उप संहार पाठ को सुनाते हुए कहा कि पर्वताधिराज पर्युषण और उसमें कल्पसूत्र का श्रवण समस्त पापों, कर्मों को छुटकारा प्रादान करता है। कल्पसूत्र को ध्यान, आराधना व सत्य साधना की स्थिति में श्रवण करना लाभकारी रहता है। उन्होंने कहा कि कल्पसूत्र प्रेरणा देता है कि हमें समस्त प्राणियों के प्रति करुणा,दया व क्षमा भाव रखना है, सुदेव, सुगुरु व सुधर्म की पालना करते हुए पाप व कर्म बंधनों से बचना है। श्रीपूज्यजी के सान्निध्य में यति अमृत सुन्दर, यति सुमति सुन्दर व यतिनि समकित प्रभा ने बारासा सूत्र (कल्पसूत्र मूल पाठ प्राकृत भाषा) में वाचन किया।
तपस्वी अभिनंदन-बड़ा उपासरा ट्रस्ट के ट्रस्टी विपिन मुसरफ, चारू मुसरफ, पीयूष शाह,मनीषा शाह ने 21 दिन चौवीबार उपवास करने वाले कन्हैयालाल भुगड़ी, 8 दिन की तपस्या करने वाले राजेश डागा, सुश्री दिव्या बेगानी, गुलाब बोथरा व कर्तव्य बोथरा, तेला की तपस्वी सुश्री शिल्पी भुगड़ी, अक्षय निधि तपस्वी श्रीमती सुनीता नाहटा, समवशरण तपस्वी श्रीमती चंद्रा सेठिया व बेला तेला तपस्वी सुशील नाहटा का अभिनंदन किया। इसके अलावा बड़ा उपासरा श्रीसंघ की ओर से सत्य साधना शिविर में हिस्सा लेने वाले देश के विभिन्न इलाकों से आए 40 साधकों का भी सम्मान किया गया।
नाल में सत्य साधना शिविर आज से
बड़ा उपसरा ट्रस्ट के ट्रस्टी सुरेन्द्र डागा ने बताया कि 21 अगस्त से नाल में सत्य साधना शिविर शुरू होगा। सत्य साधना के लिए बीकानेर सहित अनेक स्थानों के श्रावक-श्राविकाओं ने पंजीयन करवाया है। इसके अलावा एक सितम्बर, 11 सितम्बर से बीस व तीस दिवसीय सत्य साधना शिविर आयोजित किया जाएगा। कोलकाता के खियेरा में भी प्रतिमाह 5 व 21 तारीख को दस दिवसीय शिविर श्रीपूज्यजी के मार्ग दर्शन में संचालित किया जाता है।