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जयपुर,धोरों की धरती पर आने वाले पर्यटकों और रॉयल लाइफ जीने वालों के लिए राजस्थान से अच्छी खबर है। आरटीडीसी द्वारा संचालित हैरिटेज ट्रेन पैलेस ऑन व्हील्स को दो साल बाद फिर पटरी पर लाने की कवायद शुरू कर दी गई है।केंद्र सरकार के रेल मंत्रालय ने गौरव ट्रेन के मापदंडों के मुताबिक पैलेस ऑन व्हील्स को चलाने की अनुमति प्रदान कर दी है। आरटीडीसी पैलेस ऑन व्हील्स को पटरी पर लाने की तैयारी में जुट गया है। अभी ट्रेन के रिनोवेशन का कार्य चल रहा है। पैलेस ऑन व्हील्स 12 अक्टूबर को एक बार फिर पटरी दौड़ने लगेगी

पैलेस ऑन व्हील्स को कोरोना काल बंद कर दिया गया था

पैलेस ऑन व्हील्स को कोरोना काल के चलते यात्रियों के लिए बंद कर दिया गया था। पिछले 2 साल से पर्यटक इस ट्रेन का लाभ नहीं ले पा रहे थे। लेकिन अब एक बार फिर यह पटरी पर नजर आएगी। आरटीडीसी का दावा है कि इसके शुरू होने के बाद राजस्थान में पर्यटन में बूम आने की संभावना है। प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ने के साथ ही सरकार को राजस्व वसूली भी होगी।

अजमेर और बूंदी में भी होगा ठहराव

रेल मंत्रालय के मुताबिक आरटीडीसी ने पैलेस ऑन व्हील्स के साज सज्जा, आधुनिकीकरण और सौंदर्यीकरण का कार्य शुरू कर दिया है। इस ट्रेन का ठहराव अब अजमेर और बूंदी में भी होगा। पैलेस ऑन व्हील्स में सफर करने वाले यात्रियों को अब अजमेर और बूंदी की यात्रा भी कराई जाएगी। अब पर्यटक यहाँ के ऐतिहासिक स्थलों का भी लुफ्त उठा पाएंगे।

शाही ट्रेन में कहां क्या देख सकेंगे

पैलेस ऑन व्हील्स दिल्ली से शुरू होकर राजस्थान होते हुए आगरा तक का सफर कराएगी। इसका अंतिम ठहराव वापस दिल्ली में होगा। यह ट्रेन अपने यात्रियों को दिल्ली, जयपुर, सवाई माधोपुर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, भरतपुर, अजमेर और बूंदी यात्रा करा कर वहां के ऐतिहासिक स्थलों पर घुमाएगी।

पर्यटकों का सपना है शाही ट्रेन

पैलेस ऑन व्हील्स अपने रॉयल लुक के चलते भारत आने वाले पर्यटकों की पहली पसंद है। देश में पर्यटन के लिए आने वाले हर पर्यटक का सपना है कि वह इस में यात्रा करें। उस सपने को पूरा करने के लिए आरटीडीसी मारवाड़ जंक्शन से कमलीघाट के बीच हेरिटेज रेल नेटवर्क विकसित करने का भी प्रयास कर रही है। ट्रेन के फिर से शुरू होने से राजस्थान में पर्यटन में बूम आने की संभावना है।

रॉयल ट्रेन है पैलेस ऑन व्हील्स

पैलेस ऑन व्हील्स देश की पहली सुपर लग्जरी ट्रेन है। देश में पहली बार यह ट्रेन 26 जनवरी 1982 को शुरू की गई थी। इसमें अब तक 50 हजार यात्री सफर कर चुके हैं। यह राजस्थान की नामी ट्रेन है। जो दिल्ली से चलकर राजस्थान के अलग-अलग जिलों और महलों की सैर कराती है। इसमें 39 डीलक्स केबिन और 2 सुपर डीलक्स केबिन है। प्रत्येक केबिन में अटैच वॉशरूम है इसके केबिन के नाम राजस्थान के महल और किलों के नाम पर रखे गए हैं।

ट्रेन में रॉयल फ़ूड का जायका

पैलेस ऑन व्हील्स के केबिन बेहद खूबसूरत और खास तरीके से बनाए गए हैं। इस ट्रेन के प्रत्येक कोच को फिरोजा, माणिक और मोती रंग से सजाया गया है। पैलेस ऑन व्हील्स में दो रेस्तरां और बार भी है। जिनमें रॉयल फूड का जाएगा मेहमानों के लिए उपलब्ध कराया जाता है। यह अत्याधुनिक सुख सुविधाओं से लैस ट्रेन है। इसमें यात्रियों को एक सप्ताह तक सफर करवाया जाता है। रॉयल लुक में सजाई गई इस ट्रेन को देखकर पर्यटक दंग रह जाते हैं।

राजसी ठाठ बाट का एहसास

पैलेस ऑन व्हील्स में यात्रा करने वाले यात्रियों को सफर के दौरान राजसी ठाट बाट का एहसास होता है। रॉयल लाइफस्टाइल जीने वालों की यह ट्रेन पहली पसंद है। इस ट्रेन में कोच का तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहता है। हर केबिन में टीवी, इंटरनेट, कॉफी मेकर और कप, अटैच बाथरूम गर्म और ठंडा पानी के साथ तमाम तरह की सुविधाएं मौजूद है। यात्रियों को रोजाना सुबह न्यूज़पेपर और चाय कमरे तक पहुंचाई जाती है।

कितना आता है यात्रा करने का खर्च

पैलेस ऑन व्हील्स में यात्रियों को यात्रा करने के लिए लिए बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है। ट्रेन का किराया एक विशेष पैकेज के रूप में बनाया गया है। जिसमें आठ दिन और सात रातों की यात्रा होती है। पैलेस ऑन व्हील्स में यात्रा करने का औसत खर्च 3.80 लाख से 9.42 लाख तक आता है।

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