
बीकानेर,शब्दमय रंग संस्थान की कला श्रृंखला 10 में मुख्य अथिति कवियत्री विनता शर्मा रहे जिनकी कविता अस्तित्व बौद्ध के मुखोटे” के वाचन पर चित्र संयोजन चित्रकार राम कुमार भादाणी द्वारा किया गया। पेंटिंग्स में कविता की गहराइयों को उकेरने की अद्वितीय क्षमता है, जो कला दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देती है।
संस्थान के वरिष्ठ चित्रकार हरिगोपाल सन्नू हर्ष के निर्देशन में किय गया। उन्होंने कहा कि चित्र संयोजन में रंगों के द्वारा अंतराल को इस तरीके से लिया गया है जिसमे विषय की प्रभावितता को कायम रखते मार्मिकता को दर्शाया गया है।
संस्थान के चित्रकार धर्मा स्वामी ने बताया की भादाणी की कला का प्रदर्शन कविता पर एक अनूठा अनुभव है, जो कला प्रेमियों और साहित्य जगत के लिए एक सुनहरा अवसर है। उनकी कला की सराहना करते हुए, दर्शकों ने उनके कार्यों को देखकर अपनी भावनाओं को व्यक्त किया।
विनीता शर्मा ने कहा की शब्दमय रंग संस्थान की कला श्रृंखला में एक यादगार अनुभव रहेगा जिसमे मेने लाइव पेंटिंग में रंगों कि छटपटाहट के दृश्य को अभिभूत किया गया जो मेरे विस्मरणीय रहेगा।












