बीकानेर ग्रीष्मावकाश घोषित करने के बाद बालकों को गृहकार्य देने घर – घर जाने का शिक्षा विभाग ने फरमान जारी किया है । इससे शिक्षकों में आक्रोश है । राजस्थान शिक्षवक संघ राष्ट्रीय के जिलामंत्री नरेन्द्र आचार्य ने बताया कि शिक्षा निदेशालय के आदेश में कहा गया है कि सत्र 2022-23 के विद्यार्थियों के लिए फास्ट ट्रैक लर्निंग आधारित ब्रिज कोर्स के तहत ग्रीष्मावकाश में गृहकार्य दिया जाना है । जिसका उद्देश्य ग्रीष्मावकाश अवधि में विद्यार्थियों के अधिगम स्तर में सुधार लाना है । ब्रिजकोर्स के लिए शिक्षकों के साथ – साथ विद्यार्थियों के परिवारजनों को भी गत सत्र में रहे लर्निंग लॉस को रिकवर करने के लिए जोड़ा जाएगा । परिजनों को वर्कशीट और प्रश्न बैंक की जानकारी दी जाएगी । गृह कार्य को पूरा कराने शिक्षक जागरुक करेंगे । उन्होंने कहा कि शिक्षकों से ग्रीष्मावकाश में काम लेना है तो अन्य कार्मिकों की तरह सालाना 30 पीएल व 5 दिन सप्ताह के साथ अन्य क्षतिपूर्ति अवकाश दिए जाए ।
जिलाध्यक्ष मोहन भादू ने शिक्षकों को भेजे जा रहे स्माइल मैसेज की पहुंच अभिभावकों तक पहुंचाने में समस्या होने की जानकारी देते हुए कहा कि जिन विद्यार्थियों के पास डिजिटल पहुंच नहीं है और जो अभिभावक वर्कशीट हल कराना नहीं जानते हैं , उनके लिए शिक्षक को ऑफलाइन समस्या समाधान करने को कहा जा रहा है , जबकि विद्यालय में शिक्षकों के भी ग्रीष्मावकाश चल रहे है । वहीं वर्कशीट की प्रिंट निकालने का बजट भी नहीं दिया है । ग्रीष्मावकाश शुरू के बाद लर्निंग लॉस पाटने के प्रयास को नगरमंत्री महेश कुमार ने शिक्षकों को परेशान करने वाला बताया है ।