बीकानेर, प्रदेश में भले ही शुद्ध के लिए युद्ध अभियान जोरों से चल रहा हो लेकिन मिलावट करने वाले आमजन की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं इसकी बानगी है कि जिले में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान में लिए गए सैम्पल में से 31 सैम्पल जांच में फेल हो गए हैं। चिंताजनक बात है कि इन सेम्पल में मावा, मावा से बनी मिठाई और घी व मसाले शामिल है। चिकित्सा विभाग ने इनमें से सात के खिलाफ एडीएम कोर्ट में चालान पेश कर दिया है। खाद्य एक्ट के तहत जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी। इसकी जांच पड़ताल की तो सामने आया कि अभियान के दोरान खाद्य वस्तुओं के 28 मार्च तक 187 सेम्पल लिए गए थे। जिनमें से 110 सेम्पल की रिपोर्ट आ गई है। आमजन को शुद्ध खादय पदार्थ पदार्थ उपलब्ध कराने के लिए जिले में एक जनवरी से छह विभागों के संयुक्त निर्देशन में तीन माह तक चलने वाला पहली अभियान शुरू हुआ था। सेहत के लिए घातक मिलावट करने वाले मिठाई या अन्य खाद्य सामग्री में स्कीमड मिल्क व मसालों में लेड जैसे घातक रसायनों का इस्तेमाल करते हैं। जिसके कारण सेहत पर सीधा असर पड़ता है। कई बार तो यह कैंसर,एलर्जी व पेट में गंभीर संक्रमण का कारण बन जाता है। समय रहते चिकित्सक से सलाह या उपचार नहीं करवाने पर जान पर भी बन जाती है। इसके अलावा मुनाफा कमाने के चक्कर में गुलाब जामुन जैसी कई मावा निर्मित मिठाई को देसी घी की बजाए रिफाइंड तेल में तलते हैं जो कि फूड प्वाइजनिंग का कारण बन जाती है।
पिछले दिनों मिठाई की दुकानों पर लिये सैम्पल की रिपोर्ट शामिल नहीं
चिकित्सा विभाग की टीम ने होली से पूर्व भुट्टों के चौराहे पर स्थित मिठाई की दुकानों के सैम्पल लिये थे। इनकी रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। जिसका नतीजा है कि हर बार की तरह इस बार भी रिपोर्ट नहीं आने से त्यौहारों पर हजारों लोग मिलावटी खाद्य सामग्री खा चुके हैं। अब इन दुकानों से लिए गए सैम्पल फेल भी हो गए तो मिलावट करने वालों पर कार्रवाई कर पाना बेहद मुश्किल है।
इन प्रतिष्ठानों के खिलाफ चालान पेश
चिकित्सा विभाग की ओर से लिये गये सैम्पलों में से सात प्रतिष्ठानों के खिलाफ एडीएम में कार्यवाही या जुर्माना लगाने के लिये चालान पेश कर दिया है। इनमें सोयाबीन तेल से निर्मित नमकीन,बेसन गाठिया व पफ रिंग मसाला निर्मित मैसर्स अग्रसेन फूड करणी इण्डस्ट्रील एरिया,दूध व दही के लिये मै पुनरासर डेयरी फार्मा जस्सूसर गेट के अन्दर व शिव शक्ति दूध-दही भंडार,फिल्टर्ड मूंगफली तेल हीरा मोती में गड़बड़ी के लिये मै सारडा इण्डस्ट्रीज करणी इण्डस्ट्रीयल एरिया,गाय के दूध में गड़बड़ी के लिये मै गगन मिल्क फूड भादेरा तहसील लूणकरणसर तथा दही के सैम्पल फेल होने पर मै ब्राह्मण रेस्टोरेंट पर कार्यवाही के लिये चालान पेश किया गया है।
इनके सैम्पल का अनुसंधान जारी
उधर चिकित्सा विभाग की ओर से शेष 24 प्रतिष्ठानों के सैम्पल को दुबारा अनुसंधान के लिये भेजा है। इनमें मै मोदी डेयरी शिवबाड़ी,बंसल बाजार सादुलगंज,मै गजानंद,गणपति टेस्टी फूड प्रा लि खारा,अभिषेक मसाला उद्योग धनेरू,श्याम मावा भंडार बेरासर,मै सुविधा पापड़ करणी औद्योगिक क्षेत्र,मै श्याम तापडिय़ा,बालाजी मिल्क चिलिंग सेन्टर कुकनिपा,मै अग्रवाल शूगर सप्लायर्स अनाज मंडी,मै मां शिव गंगा डेयरी केन्द्र नोखा,मै गजानंद किराणा स्टोर पूगल रोड,मै मरूधर फूड प्रोडक्टस आईजीजी खारा,मै हर्ब रिलेट प्रा लि,मै जी के जी स्वीट मार्ट एंड रेस्टोरेंट,मै लखदातार मिष्ठान भंडार,मै शरद मिल्क का अनुसंधान अभी जारी है।
इन खाद्यान में मिली मिलावट
जिन प्रतिष्ठानों के यहां से सैम्पल लिये गये है इनमें काजू,दाल मूंग मोगर,लाल मिर्च,मीठा मावा,मिल्क क्रीम,धनिया पाउडर,भुजिया,मूंग पापड़,काली मिर्च,घी निर्मित काला जामुन,मैदा,मोती चूर के लड्डू,मक्का रवा,किचन स्पेशल लाइट के सैम्पल में गड़बड़ी की आशंका है। जिनका दुबारा अनुसंधान किया जा रहा है।